साप्ताहिक समीक्षा-गेहूं
22-Feb-2025 08:36 PM

साप्ताहिक समीक्षा-गेहूं
यूपी, राजस्थान एवं दिल्ली गेहूं के दाम में सुधार
नई दिल्ली। थोक मंडियों में आवक कम होने तथा मिलर्स-प्रोसेसर्स की मांग मजबूत रहने से 15-21 फरवरी वाले सप्ताह के दौरान दिल्ली, राजस्थान एवं उत्तर प्रदेश की मंडियों में गेहूं का भाव आमतौर पर तेज रहा जबकि मध्य प्रदेश एवं गुजरात में इसमें मिश्रित रूख देखा गया।
दिल्ली
दिल्ली में यूपी / राजस्थान में गेहूं का दाम 10 रुपए सुधरकर 3280/3290 रुपए प्रति क्विंटल हो गया। इसी तरह इंदौर में स्थानीय गेहूं का मूल्य 61 रुपए की वृद्धि के साथ 3000/3341 रुपए तथा उज्जैन में 131 रुपए बढ़कर 2980/3381 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंच गया। उत्तर प्रदेश की विभिन्न मंडियों में भी गेहूं के दाम में 60 से 170 रुपए प्रति क्विंटल की भारी तेजी देखी गई। राजस्थान के कोटा में भाव 50 रुपए तेज रहा मगर गुजरात के राजकोट में 50 रुपए घट गया।
रिकॉर्ड उत्पादन
गर्म एवं शुष्क मौसम से गेहूं की फसल प्रभावित होने की आशंका है। उत्तरी भारत के सभी प्रमुख गेहूं उत्पादक राज्यों में तापमान ऊंचा हो गया है। आगे का मौसम फसल के लिए निर्णायक साबित होगा। हालांकि सरकार का दावा है कि 2023-24 सीजन के दौरान देश में 1132 लाख टन गेहूं का रिकॉर्ड उत्पादन हुआ और देश में इसका पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध है। घरेलू प्रभाग में इसकी आपूर्ति एवं उपलब्धता की स्थिति सुगम बनी हुई है। लेकिन यह दावा कितना सही है इसे उद्योग-व्यापार क्षेत्र अच्छी तरह जानता है।
बिक्री
घरेलू बाजार भाव पर अंकुश लगाने के लिए सरकार ने खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत गेहूं की साप्ताहिक बिक्री की मात्रा 1.50 लाख टन से बढ़ाकर 3 लाख टन नियत करने का निर्णय लिया है लेकिन फिर भी कीमतों में नरमी का माहौल नहीं बन पाया है।
खरीद
अगले महीने से कुछ राज्यों में गेहूं की सरकारी खरीद का प्रयास आरंभ होने वाला है। यह प्रयास कितना सफल होता है उसे देखना दिलचस्प होगा क्योंकि तमाम मंडियों में भाव अभी तक सरकारी समर्थन मूल्य से ऊंचा चल रहा है।
बिजाई
गेहूं की बिजाई तो बढ़ी मगर कुछ इलाकों में फसल की हालत उत्साहवर्धक नहीं है। नई फसल की जोरदार कटाई-तैयारी अप्रैल में आरंभ होगी।