सीपीओ पर आयात शुल्क बढ़ने से तेलंगाना में पाम उत्पादकों को राहत

16-Sep-2024 07:20 PM

हैदराबाद । तेलंगाना के मंत्री द्वारा किए गए विशेष आग्रह के जवाब में केन्द्र सरकार ने क्रूड पाम तेल (सीपीओ) पर आयात शुल्क को 5.5 प्रतिशत से बढ़ाकर 27.5 प्रतिशत नियत कर दिया है। अन्य श्रेणी के क्रूड खाद्य तेलों पर भी आयात शुल्क में इतनी ही बढ़ोत्तरी की गई है।

तेलंगाना के मंत्री ने केन्द्रीय कृषि मंत्री से खाद्य तेलों और खासकर पाम तेल पर आयात शुल्क बढ़ाने का जोरदार आग्रह किया था।

सरकार के इस निर्णय से स्वदेशी और तेलंगाना के ऑयल पाम उत्पादकों को विशेष रूप से फायदा होने की उम्मीद है। इससे पूर्व क्रूड पाम तेल पर आयात शुल्क में भारी कटौती होने से वहां ऑयल पाम के मूल्य में काफी गिरावट आ गई थी जिससे ने केवल मौजूदा उत्पादकों पर असर पड़ रहा था

बल्कि वे किसान भी परेशान हो रहे थे जो पाम की खेती शुरू करने की योजना बना रहे थे। इस स्थिति को रोकने के लिए तेलंगाना के मंत्री ने केन्द्र सरकार से आयात शुल्क को पुनः बहाल करने का जरोदार आग्रह किया था। 

कुछ दिन पूर्व जब केन्द्रीय कृषि मंत्री तेलंगाना में बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों का जायजा लेने के लिए गए थे तब ऑयल पाम उत्पादकों के साथ राज्य के मंत्री ने इनसे खाद्य तेलों पर आयात शुल्क बढ़ाने की अपीली की थी ताकि ऑयल पाम के उत्पादों को उसके उत्पाद का लाभप्रद मूल्य प्राप्त हो सके और नए किसानों को इसकी खेती शुरू करने का प्रोत्साहन मिल सके।

केन्द्र सरकार ने 13 सितम्बर को एक अधिसूचना जारी करके क्रूड एवं रिफाइंड खाद्य तेलों पर आयात शुल्क 20-20 प्रतिशत बढ़ाने की घोषणा कर दी।

ऑयल पाम फली का भाव वर्तमान समय में करीब 14,400 रुपए प्रति टंन चल रहा है जबकि सरकारी निर्णय के बाढ़ यह 1500-1700 रुपए बढ़कर 16,500 रुपए प्रति टन से ऊपर पहुंच जाने की संभावना है।

तेलंगाना में करीब 9366 किसान पाम की खेती में संलग्न है और वहां लगभग 44,400 एकड़ में इसके बागान लगे हुए है जहां करीब 2.80 लाख टन पाम फली का वार्षिक उत्पादन होता है। अन्य बागानों में उत्पादन आगामी दिनों या वर्षों में आरंभ होने की उम्मीद है। तेलंगाना पाम का प्रमुख उत्पादक प्रान्त है।