पहली बार सरकारी खाद्य उत्पादों की बिक्री प्राइवेट रिटेल फर्मों द्वारा शुरू

03-Jan-2024 08:37 PM

नई दिल्ली । पहली बार रियायती मूल्य वाले सरकारी खाद्य उत्पादों की बिक्री प्राइवेट रिटेल चैनलों के माध्यम से आरंभ की गई है। अभी तक भारत ब्रांड नाम के तहत चना दाल एवं गेहूं आटा की बिक्री केवल सरकारी एजेंसियों नैफेड,

एनसीसीएफ एवं केन्द्रीय भंडार आदि के खुदरा आउटलेट के माध्यम से हो रही थी लेकिन अब नैफेड ने रिलायंस रिटेल तथा बिग बास्केट जैसे प्राइवेट रिटेल चेन्स के माध्यम से भारत दाल ब्रांड के तहत रियायती मूल्य वाले दलहन की बिक्री आरंभ की है।

उपभोक्ता बैंकों में यह दाल अपेक्षाकृत कम दाम पर आम लोगों को उपलब्ध करवाया जा रहा है। नैफेड ने इन प्राइवेट रिटेल चैनलों के जरिए शीघ्र ही भारत आटा की बिक्री भी शुरू करने का प्लान बनाया है। 

रियालंस रिटेल द्वारा अक्टूबर 2023 के अंतिम दिनों से ही भारत में दाल की बिक्री आरंभ की जा चुकी है और इसकी खरीद में  उपभोक्ताओं की दिलचस्पी लगातार बढ़ती जा रही है।

रिलायंस रिटेल के कुछ स्टोर्स पर तो चना दाल की कुल बिक्री में भारत दाल की भागीदारी बढ़कर 50 प्रतिशत तक पहुंच गई है। हालांकि सरकारी चना दाल को कम्पनी के अपने निजी ब्रांड की प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है

लेकिन इसके बावजूद प्राइवेट रिटेलर्स भारत दाल की बिक्री करने पर इसलिए सहमत हो गए क्योंकि उसे अच्छी मात्रा में इसका स्टॉक प्राप्त हो रहा है जबकि सरकार का भी दबाव है। 

भारत चना दाल की उपलब्धता उत्तरी एवं पश्चिमी भारत में ज्यादा है क्योंकि वहां नैफेड द्वारा अपने स्टॉक के चने की प्रोसेसिंग करके दाल प्राप्त की जा रही है।

समझा जाता है कि भारत चना दाल तथा अन्य ब्रांडों के पैकिंग युक्त चना दाल की क्वालिटी में कोई खास अंतर नहीं है क्योंकि दोनों संवर्ग की दाल के लिए नैफेड के स्टॉक में उपलब्ध चना का ही इस्तेमाल हो रहा है।

ध्यान देने की बात है कि नैफेड एक मात्र ऐसी एजेंसी है जिसके पास साबुत चना का भारी-भरकम स्टॉक मौजूद है और जो घरेलू बाजार में नियमित रूप से इसकी बिक्री भी कर रही है। भारत चना दाल का भाव इन रिटेलर्स द्वारा बेची जाने वाली सबसे सस्ती दाल की तुलना में 40 प्रतिशत नीचे है।                                                                                        
-भारती एग्री एप्प 

(आई ग्रेन इंडिया)

आई ग्रेन इंडिया, दिल्ली