ओएमसी द्वारा 8.37 अरब लीटर एथनॉल का आवंटन

22-Oct-2024 07:50 PM

नई दिल्ली । हालांकि स्वदेशी उद्योग द्वारा सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) को 970 करोड़ (9.70 अरब) लीटर एथनॉल की आपूर्ति का ऑफर 2024-25 के मार्केटिंग सीजन के लिए दिया गया था लेकिन ओएमसी द्वारा केवल 837 करोड़ (8.37 अरब) लीटर का ही कोटा आवंटित किया गया है जो डिस्टीलर्स के अनुमान से कुछ कम है।

यह मात्रा पेट्रोल में 15 प्रतिशत एथनॉल के मिश्रण के लगभग समतुल्य है। भारत में करीब 55 अरब लीटर गैसोलीन की वार्षिक खपत होती है। चूंकि मिश्रण के लिए 916 करोड़ लीटर एथनॉल की आवश्यकता पड़ेगी इसलिए अंतर को पाटने के लिए ओएमसी द्वारा आगामी समय में कुछ और टेंडर जारी किया जा सकता है। सरकार ने पेट्रोल में 20 प्रतिशत एथनॉल के मिश्रण का लक्ष्य नियत किया है। 

एक अग्रणी चीनी कम्पनी के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार 2024-25 के मार्केटिंग सीजन (नवम्बर-अक्टूबर) की पहली तिमाही के लिए 247 करोड़ लीटर, दूसरी तिमाही के लिए 219 करोड़ लीटर, तीसरी तिमाही के लिए 210 करोड़ लीटर तथा चौथी तिमाही के लिए 161 करोड़ लीटर एथनॉल की आपूर्ति का कोटा आवंटित किया गया है।

इसमें सबसे ज्यादा 431 करोड़ लीटर एथनॉल मक्का से निर्मित होगा जबकि 189 करोड़ लीटर का उत्पादन गन्ना जूस से, 114 करोड़ लीटर का उत्पादन बी हैवी शीरा से और 94 करोड़ लीटर का उत्पादन क्षतिग्रस्त खाद्यान्न से होगा। सी हैवी शीरा से निर्मित एथनॉल की भागीदारी 9 करोड़ लीटर की होगी।   

गन्ना जूस एवं बी हैवी शीरा से एथनॉल निर्माण के लिए क्रमश: 28 लाख टन एवं 9 लाख टन सहित कुल 37 लाख टन चीनी की जरूरत पड़ेगी।

इसी तरह 431 करोड़ लीटर एथनॉल का उत्पादन करने के लिए 113 लाख टन मक्का की आवश्यकता होगी। इसके अलावा 94 करोड़ लीटर का उत्पादन 2.10 लाख टन चावल से किया जा सकेगा।