ओएमएसएस के तहत अब तक करीब 20 लाख टन सरकारी गेहूं की बिक्री

28-Sep-2023 12:15 PM

नई दिल्ली । भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) द्वारा खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत साप्ताहिक ई-नीलामी के माध्यम से अब तक लगभग 20 लाख टन गेहूं बेचा जा चुका है।

मालूम हो कि यह योजना 28 जून 2023 से आरंभ हुई थी। उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार 27 सितम्बर को आयोजित नीलामी के तहत खाद्य निगम द्वारा 2 लाख टन गेहूं की बिक्री का ऑफर दिया गया था जिसमें से 1.80 लाख टन की बिक्री हो गई।

मिलर्स- प्रोसेसर्स द्वारा सरकारी गेहूं की खरीद में अच्छी दिलचस्पी दिखाई जा रही है क्योंकि इसका न्यूनतम आरक्षित मूल्य (रिजर्व प्राइस) खुले बाजार भाव से नीचे है और यह निगम के निकटतम डिपो से प्राप्त हो जाता है। 27 सितम्बर की मात्रा को मिलाकर इस बार सरकारी गेहूं की कुल बिक्री 19.90 लाख टन पर पहुंच गई। 

उल्लेखनीय है कि ओएमएसएस के तहत बेचे जाने वाले गेहूं का न्यूनतम आरक्षित मूल्य एफएक्यू श्रेणी के लिए 2150 रुपए प्रति क्विंटल तथा यूआरएस ग्रेड के लिए 2125 रुपए प्रति क्विंटल नियत किया गया है जो न्यूनतम समर्थन मूल्य के अत्यन्त निकट है।

केन्द्रीय खाद्य मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के अंतर्गत गेहूं का भारित औसत बिक्री मूल्य अगस्त 2023 के दौरान 2254.71 रुपए प्रति क्विंटल रहा था जो 27 सितम्बर को आयोजित ई-नीलामी में घटकर 2172.86 रुपए प्रति क्विंटल रह गया।

खाद्य मंत्रालय के एक नोट में कहा गया है कि गेहूं के भारित औसत बिक्री मूल्य में गिरावट के रूख से संकेत मिलता है कि खुले बाजार में इसका भाव नरम पड़ने लगा है।

नोट में आगे कहा आया है कि अब तक आयोजित किसी भी साप्ताहिक नीलामी में गेहूं की बिक्री इसके कुल ऑफर के 90 प्रतिशत भाग से ऊपर नहीं पहुंची है जिससे साफ पता चलता है कि समूचे देश में पर्याप्त मात्रा में गेहूं की बिक्री का ऑफर दिया जा रहा है।

उल्लेखनीय है कि पिछले दिन खाद्य निगम के सीएमडी ने कहा था कि आवश्यकता  पड़ी तो आगामी समय में गेहूं की बिक्री का ऑफर बढ़ाया जा सकता है। इससे कीमतों पर दबाव बढ़ाने में सहायता मिलेगी।