नारियल तेल में जबरदस्त उछाल- खुदरा भाव 400 रुपए के पार

18-Jun-2025 10:55 AM

कोच्चि। मिलिंग कोपरा की भारी कमी होने तथा कीमतों में जोरदार तेजी आने से नारियल तेल का खुदरा मूल्य जबरदस्त उछाल के साथ 410 रुपए प्रति लीटर पर पहुंच गया है। पिछले एक सप्ताह के दौरान इसके दाम में 80 रुपए प्रति लीटर की भारी बढ़ोत्तरी हुई है।

कोचीन ऑयल मर्चेंट्स एसोसिएशन (कोमा) के अध्यक्ष के अनुसार मिलिंग कोपरा के उत्पादन में काफी गिरावट आने से इसकी कीमतों में भारी तेजी आई है और इसलिए नारियल तेल का लागत खर्च तेजी से उछल गया है।

लेकिन कीमतों में जबरदस्त बढ़ोत्तरी होने से नारियल तेल का कारोबार सुस्त पड़ गया है और इसकी मांग 10-20 प्रतिशत घट गई है। नारियल तेल के परम्परागत उपभोक्ता अब अन्य सस्ते विकल्पों की तरफ आकर्षित होने लगे हैं जिसमें पामोलीन और सूरजमुखी तेल भी शामिल हैं।

रिफाइंड पामोलीन 130 रुपए प्रति लीटर एवं सूरजमुखी तेल 150 रुपए प्रति लीटर पर उपलब्ध हो रहा है। उल्लेखनीय है कि समूचे केरल तथा तमिलनाडु के कुछ भागों में नारियल तेल का उपयोग खाद्य तेल के रूप में किया जाता है। 

कोपरा की कीमतों में तेजी- मजबूती का माहौल बना हुआ है। इसका भाव बढ़कर केरल में 231 रुपए प्रति किलो तथा तमिलनाडु में 227 रुपए प्रति किलो की ऊंचाई पर पहुंच गया है।

कोमा अध्यक्ष के मुताबिक ईरान-इजरायल युद्ध के कारण सामुद्रिक परिवहन खर्च बढ़ने की संभावना से खाद्य तेलों का आयात महंगा बैठ सकता है। इधर घरेलू प्रभाग में नारियल तेल में अन्य खाद्य तेलों की मिलावट होने की आशंका बढ़ती जा रही है।

घटिया क्वालिटी के तथा फंगस से संक्रमित कोपरा का उपयोग नारियल तेल उत्पादन में बढ़ता जा रहा है जो स्वास्थ्य के लिए घातक साबित हो सकता है।

सरकार को घरेलू बाजार में मिलावटी नारियल तेल की बिक्री पर अंकुश लगाने के लिए तत्काल आवश्यक एहतियाती कदम उठाना चाहिए और नारियल तेल तथा कोपरा के आयात पर लागू प्रतिबंध को हटाना चाहिए।