मध्य प्रदेश में समर्थन मूल्य पर सोयाबीन खरीदने की सरकारी घोषणा से किसान संतुष्ट नहीं

13-Sep-2024 08:03 PM

भोपाल । हालांकि केन्द्र सरकार ने मध्य प्रदेश में 4892 रुपए प्रति क्विंटल के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर किसानों से सोयाबीन खरीदने के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान कर दी है

और राज्य कृषि विभाग ने इस  आशय की अधिसूचना भी जारी कर दी है लेकिन किसानों का एक वर्ग इससे संतुष्ट नहीं है और वह 6000 रुपए प्रति क्विंटल की दर से इसकी खरीद करने का आग्रह कर रहा है।

दरअसल पिछले कुछ महीनों से सोयाबीन का मंडी भाव नरम रहने से किसानों को काफी नुकसान हो चुका है चाहता है कि सरकारी खरीद ऊंचे दाम पर हो ताकि उसे अपना घाटा कम करने में सहायता मिल सके। 

मध्य प्रदेश की कुछ मंडियों में सोयाबीन का दाम घटकर 3500-4000 रुपए प्रति क्विंटल पर आ गया है जो समर्थन मूल्य से काफी पीछे और पिछले करीब एक दशक का सबसे निचला मूल्य है।

राज्य में सोयाबीन की नई फसल की आवक शीघ्र ही शुरू होने वाली है और ऐसे समय में बाजार भाव नरम होने से उत्पादकों का चिंतित होना स्वाभाविक ही है।

मध्य प्रदेश सोयाबीन का सबसे प्रमुख उत्पादक प्रान्त है। वहां अच्छी बिजाई के साथ फसल की हालत भी संतोषजनक बताई जा रही है।

उद्योग-व्यापार क्षेत्र का मानना है कि यदि भारी वर्षा एवं खेतों में जल भराव का प्रकोप नहीं रहा तो राज्य में इस बार इसका शानदार उत्पादन हो सकता है।

रतलाम मंडी में सोयाबीन का दाम घटकर 3500-3700 रुपए प्रति क्विंटल पर आ गया है। किसानों ने पहले कीमत बढ़ने की उम्मीद से स्टॉक दबा लिया था मगर अब नई फसल की आवक का सीजन होने से उसे स्टॉक को मंडियों में उतारना पड़ रहा है।