मेथी की कीमतों में तेजी

16-Oct-2025 07:01 PM

मंदे की संभावना नहीं 

नई दिल्ली। वर्तमान में मेथी के भाव तेजी के साथ बोले जा रहे हैं। चालू सप्ताह के दौरान मेथी के भाव 100/200 रुपए प्रति क्विंटल तक बढ़ गए हैं। वर्तमान हालात को देखते हुए अभी मंदे की संभावना नहीं है। सूत्रों का मानना है कि आगामी दिनों में भाव धीरे-धीरे बढ़ते रहेंगे। क्योंकि उत्पादक केन्द्रों पर स्टॉक सीमित रह गया है और स्टॉक भी मजबूत हाथों में है। इसके अलावा चालू सीजन के दौरान उत्पादकों को उनकी उपज का उचित मूल्य न मिलने के कारण आगामी वर्ष के लिए मेथी की बिजाई प्रभावित होने की आशंका है। मेथी की बिजाई का कार्य नवम्बर माह में शुरू हो जाएगा और नई फसल मार्च-अप्रैल माह में आएगी। मेथी की मुख्यत: पैदावार गुजरात, राजस्थान एवं मध्य प्रदेश में होती है। मध्य प्रदेश में मेथी का उत्पादन सर्वाधिक होता है। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2024 के दौरान उत्पादक केन्द्रों पर मेथी की बिजाई 1.28 लाख हेक्टेयर पर की गई थी जोकि 2025 में बढ़कर 1.30 लाख हेक्टेयर की हो गई है। बिजाई के पश्चात मौसम भी फसल के अनुकूल रहा जिस कारण चालू सीजन के दौरान मेथी की पैदावार 18/19 लाख क्विंटल की मानी गई थी जबकि गत सीजन 2024 में उत्पादन 17/18 लाख क्विंटल माना गया था। चालू सीजन के दौरान प्रमुख उत्पादक राज्य मध्य प्रदेश में मेथी का उत्पादन लगभग 9 लाख क्विंटल माना गया है। जबकि राजस्थान में उत्पादन 6.50/7 लाख क्विंटल होने के अनुमान लगाए गए थे। गुजरात में उत्पादन 2.50/3 लाख क्विंटल माना गया। 

उपलब्धता कम

हालांकि चालू सीजन के दौरान उत्पादन गत वर्ष की तुलना में अधिक रहा। लेकिन बकाया स्टॉक कम रहने के कारण कुल  उपलब्धता कम रही। प्राप्त जानकारी के अनुसार गत वर्ष नई फसल आने के समय उत्पादक केन्द्रों पर मेथी का स्टॉक लगभग 4 लाख क्विंटल का था। जबकि चालू सीजन के दौरान बकाया स्टॉक लगभग डेढ़ लाख बोरी माना जा रहा था। 

आवक 

कुल उत्पादन का अधिकांश माल मंडियों में आ जाने के कारण वर्तमान में आवक कम रह गई है। प्रमुख मंडी नीमच में आवक 1400/1500 बोरी एवं जावरा 800/1000 बोरी की रह गई है। जबकि जावरा मंडी में आवक 500/600 बोरी की हो रही है। गुजरात की राजकोट मंडी में आवक 300/400 बोरी एवं कोटा एवं नौखा मंडी में आवक 200/300 बोरी की रह गई है। 

मन्दा-तेजी 

जानकार सूत्रों का कहना है कि मेथी की वर्तमान कीमतों में मंदे की संभावना नहीं है क्योंकि कमजोर आवक एवं बिजाई घटने की आशंका के चलते व्यापारिक मनोवृत्ति बाजार में तेजी की बनी हुई है। सूत्रों का मानना है कि आगामी दिनों में निर्यात एवं लोकल मांग बढ़ने पर कीमतों में 300/500 रुपए प्रति क्विंटल की तेजी संभव है। हाल ही में मेथी के भाव 100/200 रुपए प्रति क्विंटल बढ़कर 4800/5300 रुपए प्रति क्विंटल पर बोले जाने लगे हैं। 

निर्यात अधिक 

चालू वित्त वर्ष 2025-26 के प्रथम चार माह अप्रैल-जुलाई के दौरान मेथी का निर्यात मात्रात्मक रूप में 18 प्रतिशत अधिक रहा जबकि आय में 9 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार अप्रैल-जुलाई 2025 के दौरान मेथी का निर्यात 16943 टन का रहा और निर्यात से प्राप्त आय 124.03 करोड़ की रही। जबकि अप्रैल-जुलाई - 2024 के दौरान मेथी का निर्यात 14370 टन का रहा था और प्राप्त आय 113.27 करोड़ की रही थी। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2024-25 (अप्रैल-मार्च) के दौरान मेथी का रिकॉर्ड निर्यात किया गया और निर्यात 44516 टन के स्तर पर पहुंच गया। जबकि निर्यात से प्राप्त आय 365.89 करोड़ की रही।