चीन में लगभग 6 लाख टन गेहूं के आयात सौदे में अनिश्चितता
05-Feb-2025 05:45 PM
सिंगापुर । जानकारों का कहना है कि चीन के घरेलू बाजार में गेहूं की आपूर्ति एवं उपलब्धता की स्थिति सुगम होने तथा मांग कमजोर पड़ने के कारण लगभग 6 लाख टन का आयात सौदा अनिश्चित हो गया है।
इसके अधिकांश भाग का अनुबंध ऑस्ट्रेलिया से किया गया है चीन के आयातक या तो इस गेहूं के शिपमेंट में विलम्ब करवा रहे हैं या फिर इसकी खेपों को दूसरे आयातकों के हाथों बेचने का प्रयास कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि चीन दुनिया में गेहूं के शीर्ष आयातक देशों में शामिल है जबकि वह स्वयं इसका सबसे प्रमुख उत्पादक देश भी है।
वर्ष 2024 की पहली छमाही के दौरान गेहूं के कुल वैश्विक आयात में चीन की भागीदारी करीब 6 प्रतिशत रही थी। समीक्षकों के अनुसार अब वहां आयात का प्रदर्शन फीका पड़ने से शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड (सीबोट) में गेहूं के बेंचमार्क वायदा मूल्य पर दबाव बढ़ सकता है जो जुलाई 2024 में घटकर 5.14 डॉलर प्रति बुशेल के चार वर्षीय निम्न स्तर पर आने के बाद अब भी 6 डॉलर प्रति बुशेल से नीचे ही चल रहा है।
व्यापार विश्लेषकों के अनुसार 2024-25 सीजन के दौरान चीन में गेहूं और मक्का का भरपूर उत्पादन होने से वहां इसका पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध है और कीमतों में भी नरमी या स्थिरता देखी जा रही है।
इसके फलस्वरूप वहां अप्रैल 2025 तक गेहूं के नए आयात की आवश्यकता महसूस नहीं होगी। जो आयातक पहले ही अनुबंध कर चुके हैं उन्हें अब माल मंगाने में कठिनाई हो रही है।
एक जानकार के अनुसार चार जहाजों पर लदे करीब 2.4 लाख टन गेहूं की खेप को चीन के आयातक दक्षिण-पूर्व एशिया के खरीदारों को बेचने का प्रयास कर रहे हैं। इसमें तीन जहाजों पर ऑस्ट्रेलिया का तथा एक जहाज पर कनाडा का गेहूं लदा हुआ है।