अखरोट पर प्रति किलो की दर से आयात शुल्क लगाने का आग्रह
05-Feb-2025 06:20 PM
नई दिल्ली । सूखे मेवे एवं नट्स उद्योग को उम्मीद थी कि केन्द्रीय आम बजट में अखरोट पर आयात शुल्क में कटौती की घोषणा हो सकती है लेकिन जब ऐसा नहीं हुआ तब उसकी आशा प्रधानमंत्री के अगले सप्ताह होने वाले अमरीकी दौरे पर केन्द्रित हो गई है।
उद्योग को भरोसा है कि अमरीका के लिए प्रधानमंत्री के रवाना होने से पूर्व अखरोट पर आयात शुल्क घटाया जा सकता है। वर्तमान समय में विदेशों से भारत में आयातित अखरोट पर 100 प्रतिशत का सीमा शुल्क लगता है।
नट्स एंड ड्राई फ्रूट्स कौंसिल (एनडीएफसी) के अध्यक्ष के अनुसार सरकार से अखरोट पर प्रति किलोग्राम के आधार पर आयात शुल्क लगाने का आग्रह किया गया है और उम्मीद है कि प्रधानमंत्री के अमरीका रवाना होने से पहले इसकी घोषणा हो जाएगी। भारत में मुख्यतः अमरीका तथा चिली से अखरोट का आयात किया जाता है।
अध्यक्ष के मुताबिक प्रति किलोग्राम के आधार पर यदि आयात शुल्क लगाया गया तो इससे कश्मीर के अखरोट उत्पादकों को राहत मिलेगी और भारत तथा अमरीका के सम्बन्धों में भी मजबूती आएगी।
उल्लेखनीय है कि भारत में लगभग 98 प्रतिशत अखरोट का उत्पादन अकेले जम्मू कश्मीर में होता है जबकि शेष उत्पादन हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड एवं अरुणाचल प्रदेश में होता है।
लगभग 15 साल पहले भारत अखरोट का एक महत्वपूर्ण निर्यातक देश हुआ करता था लेकिन अब देश में 70 प्रतिशत से अधिक अखरोट मांग एवं जरूरत को आयात के जरिए पूरा किया जाता है।
पिछले सात वर्षों के दौरान इसकी घरेलू खपत में करीब पांच गुणा का इजाफा हो गया जबकि इसके अनुरूप उत्पादन में बढ़ोत्तरी नहीं हो सकी।
इससे मांग एवं आपूर्ति का संतुलन बुरी तरह बिगड़ गया। उद्योग ने सरकार से अखरोट पर 125 रुपए प्रति किलो की दर से आयात लगाने का आग्रह किया है जो सीमा शुल्क के वर्तमान स्तर का लगभग आधा है।