बाढ़-वर्षा से आंध्र-तेलंगाना में खरीफ फसलों को भारी नुकसान

05-Sep-2024 05:17 PM

विजयवाड़ा । लगातार होने वाली मूसलाधार वर्षा तथा खेतों में जल जमाव के कारण आंध्र प्रदेश एवं तेलंगाना में लाखों एकड़ जमीन में खरीफ फसलों क्षतिग्रस्त हो गई हैं जिसमें लालमिर्च, कपास, धान और दलहन मुख्य रूप से शामिल हैं। आंध्र प्रदेश के 47 मंडलों में बाढ़ एवं वर्षा से फसलें जल मग्न हो गई हैं और खेत-खलिहान डूब गए हैं।

अधिकारीयों को पूरी तरह सतर्क कर दिया गया है। वे फसलों के नुकसान का आंकलन तथा प्रभावित किसानों की सहायता कर रहे हैं।

नियमित रूप से हो रही घनघोर वर्षा से आगामी समय में हालात और भी खराब होने की आशंका है। खरीफ फसलों को अन्य क्षेत्रों में भी खतरा उत्पन्न हो गया है।

उधर तेलंगाना को भी भारी वर्षा एवं भयंकर बाढ़ का संकट झेलना पड़ रहा है। मोटे अनुमान के अनुसार दोनों राज्यों में करीब 2-2 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में खरीफ फसलें बर्बाद हो गई हैं। 

कृषि विशेषज्ञों के मुताबिक यद्यपि कुछ दिनों के बाद बाढ़ का पानी उतरने पर धान की फसल पुनः संभल सकती है लेकिन कपास, अरहर एवं लालमिर्च की फसल को भारी नुकसान हो सकता है।

इन फसलों के खेतों में लम्बे समय तक पानी का जमाव नहीं होना चाहिए। आंध्र प्रदेश के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि राज्य के 20 जिलों में करीब 2 लाख किसान इस बाढ़-वर्षा से प्रभावित हुए हैं

जबकि पांच जिलों में 1.69 लाख हेक्टेयर में मुख्य खरीफ फसलों तथा 19 हजार हेक्टेयर में बागवानी फसलों को भारी नुकसान हुआ है।

उधर तेलंगाना सरकार ने राज्य में करीब 2 लाख हेक्टेयर में फसलों को ज्यादा नुकसान होने की संभावना है। कृषि विभाग अभी नुकसान के आंकलन में जुटा हुआ है। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में और अधिक बारिश होने की संभावना व्यक्त की है।

तेलंगाना में किसानों के लिए मुआवजे की घोषणा की गई है और आंध्र प्रदेश में भी इस पर विचार किया जा रहा है। भारी वर्षा एवं बाढ़ से इन दोनों राज्यों में अन्य तरह का नुकसान भी हुआ है।