उत्तरी क्षेत्र के राज्यों में मौजूद है खाद्यान्न का सर्वाधिक स्टॉक

29-Apr-2025 04:34 PM

नई दिल्ली। केन्द्रीय पूल में प्रत्यक्ष एवं परोक्ष रूप से 27 अप्रैल 2025 को कुल 661.72 लाख टन खाद्यान्न (चावल एवं गेहूं) का स्टॉक मौजूद था जिसमें चावल की मात्रा 380.34 लाख टन तथा गेहूं की मात्रा 281.38 लाख टन शामिल थी।

इसके अलावा 4.39 लाख टन चावल एवं 2.39 लाख टन गेहूं के साथ कुल 6.78 लाख टन खाद्यान ट्रांजिट में भी था। खाद्यान्न का अधिकांश स्टॉक भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के प्रत्यक्ष स्वामित्व में है जबकि कुछ स्टॉक प्रांतीय एजेंसियों (डीसीपी) के पास भी उपलब्ध है। 

उत्तरी क्षेत्र के राज्यों में खाद्यान्न का सर्वाधिक 376.66 लाख टन खाद्यान्न का स्टॉक मौजूद है। इसमें से 278.08 लाख टन का स्टॉक खाद्य निगम के पास तथा 98.58 लाख टन का स्टॉक डीसीपी के पास है।

पंजाब में डीसीपी के पास 67.90 लाख टन गेहूं का स्टॉक है जबकि खाद्य निगम के पास 140.97 लाख टन चावल एवं 7.87 लाख टन गेहूं के साथ 148.84 लाख टन खाद्यान्न मौजूद है। इस तरह पंजाब के गोदामों में कुल मिलकर 216.75 लाख टन खाद्यान्न का स्टॉक उपलब्ध है जबकि गेहूं की खरीदारी जारी है। 

इसके अलावा हरियाणा में कुल 91.97 लाख टन, उत्तर प्रदेश में 44.79 लाख टन, राजस्थान में 15.30 लाख टन, दिल्ली में 2.33 लाख टन, जम्मू कश्मीर में 1.77 लाख टन, लद्दाख में 22 हजार टन, हिमाचल प्रदेश में 78 हजार टन तथा उत्तराखंड में 2.76 लाख टन खाद्यान्न का स्टॉक उपलब्ध है। 

देश के पश्चिमी जोन में खाद्यान्न का कुल स्टॉक 170.26 लाख टन मौजूद है। इसके तहत मध्य प्रदेश में 116.83 लाख टन, महाराष्ट्र में 18.70 लाख टन, छत्तीसगढ़ में 25.55 लाख टन, गुजरात में 9.03 लाख टन तथा गोवा में 15 हजार टन की मात्रा शामिल है। 

देश के दक्षिणी भाग में 67.07 लाख टन खाद्यान्न का स्टॉक बताया जा रहा है जिसमें चावल की मात्रा अधिक है। दक्षिण भारत में गेहूं का उत्पादन नहीं या नगण्य होता है।

वहां तेलंगाना में 20.48 लाख टन, आंध्र प्रदेश में 17.99 लाख टन, तमिलनाडु में 15.25 लाख टन, कर्नाटक में 8.24 लाख टन, केरल में 4.98 लाख टन, अंडमान निकोबार द्वीप समूह में 11 हजार टन एवं लक्षद्वीप में 1 हजार टन का स्टॉक मौजूद है। 

जहां तक पूर्वी जोन का सवाल है तो वहां खाद्यान्न का कुल स्टॉक 41.73 लाख टन बताया जा रहा है। इसके तहत बिहार में 17.23 लाख टन, पश्चिम बंगाल में 12.96 लाख टन, उड़ीसा में 7.94 लाख टन, झारखंड में 3.50 लाख टन तथा सिक्किम में 10 हजार टन का स्टॉक उपलब्ध है।