उड़ीसा में नियत समय सीमा के बाद भी धान की खरीद जारी रखने का आश्वासन

03-Jul-2025 11:30 AM

भुवनेश्वर। अपने रबी कालीन धान की बिक्री मूल्य समर्थन योजना के तहत करने के लिए उड़ीसा के किसान इंतजार कर रहे हैं। इसके लिए किसान हंगामा भी कर रहे हैं जिसे देखते हुए राज्य सरकार ने उसे आश्वस्त किया है कि जिन किसानों को टोकन पहले ही प्राप्त हो चुका है उससे धान की खरीद जारी रखी जाएगी।

उल्लेखनीय है कि उड़ीसा में किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर धान की खरीद 30 जून 2025 तक करने की घोषणा की गई थी।

यह समय सीमा अब समाप्त हो चुकी है लेकिन अब भी अनेक किसानों के पास रबी कालीन धान का स्टॉक पड़ा हुआ है और उसे टोकन भी पहले ही मिल चुका है लेकिन खरीद की प्रक्रिया बंद कर दी गई है। इससे किसानों में रोष है। 

धान की सरकारी खरीद बंद होने से गुस्साए किसानों द्वारा उड़ीसा के विभिन्न जिलों में धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। उसका कहना है कि सरकारी क्रय केन्द्रों पर उसके धान का स्टॉक मौजूद है और उसके पास वैध टोकन भी है लेकिन फिर भी उसकी खरीद से इंकार किया जा रहा है।

किसानों से धान की पूरी मात्रा खरीदी जाएगी। किसानों को आगामी दिनों में अपने धान की बिक्री के लिए बायोमैट्रिक सत्यापन सुनिश्चित करने का सुझाव दिया गया है। खाद्य मंत्री के अनुसार उड़ीसा सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है कि किसी भी पंजीकृत किसान को नुकसान न हो। 

जिन किसानों के टोकन की अवधि समाप्त हो गई है उसके बारे में खाद्य मंत्री ने कहा है कि जब तक धान की सम्पूर्ण मात्रा की खरीद नहीं हो जाती है तब तक किसी भी टोकन की अवधि को समाप्त नहीं माना जाएगा।

हालांकि खरीद की समय सीमा 30 जून तक ही निर्धारित थी लेकिन इस अवधि में अनेक किसानों से धान नहीं खरीदा जा सका लेकिन खरीद की प्रक्रिया दोबारा शुरू की जाएगी

और किसानों को अपना स्लॉट सुनिश्चित करने के लिए केवल अपने आईआरआईएस का स्कैन करवाना आवश्यक होगा। उसके लिए आगे उपयुक्त तिथि नियत की जाएगी। 

उड़ीसा में इस वर्ष 19 लाख टन रबी कालीन धान की सरकारी खरीद 30 जून तक हो चुकी है जो न केवल नियत लक्ष्य से ज्यादा बल्कि गत वर्ष की कुल खरीद 12 लाख टन से भी बहुत अधिक है।