राष्ट्रीय स्तर पर खरीफ फसलों का उत्पादन क्षेत्र 89.29 लाख हेक्टेयर से ऊपर पहुंचा

17-Jun-2025 05:15 PM

नई दिल्ली। थोड़ी प्रतीक्षा के बाद अंततः केन्द्रीय कृषि मंत्रालय ने खरीफ फसलों के उत्पादन क्षेत्र का आंकड़ा जारी करना शुरू कर दिया है। इसके तहत कुछ फसलों के क्षेत्रफल में अच्छी वृद्धि हुई है जबकि फसलों का रकबा गत वर्ष से नीचे चल रहा है।

कृषि मंत्रालय के अनुसार राष्ट्रीय स्तर पर 13 जून 2025 तक खरीफ फसलों का कुल उत्पादन क्षेत्र सुधरकर 89.29 लाख हेक्टेयर पर पहुंचा जो पिछले साल की समान अवधि के बिजाई क्षेत्र 87.81 लाख हेक्टेयर से 1.48 लाख हेक्टेयर अधिक रहा। 

पिछले माल की तुलना में इस बार धान का उत्पादन क्षेत्र 4.00 लाख हेक्टेयर से सुधरकर 4.53 लाख हेक्टेयर, दलहनों का बिजाई क्षेत्र 2.60 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 3.07 लाख हेक्टेयर, तिलहनों का क्षेत्रफल 1.50 लाख हेक्टेयर से सुधरकर 2.05 लाख हेक्टेयर तथा गन्ना का रकबा 54.88 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 55.07 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया।

श्री अन्न सहित मोटे अनाजों का क्षेत्रफल 5.90 लाख हेक्टेयर के पुराने स्तर पर स्थिर रहा मगर कपास का बिजाई क्षेत्र 13.28 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 1.56 लाख हेक्टेयर तथा उड़द का बिजाई क्षेत्र 18 हजार हेक्टेयर से बढ़कर 43 हजार हेक्टेयर पर पहुंचा लेकिन अरहर (तुवर) का क्षेत्रफल 41 हजार हेक्टेयर से गिरकर 30 हजार हेक्टेयर रह गया। कुलथी सहित अन्य दलहनों की बिजाई अभी सीमित क्षेत्रफल में हुई है। 

तिलहन फसलों में मूंगफली का उत्पादन क्षेत्र 71 हजार हेक्टेयर से घटकर 58 हजार हेक्टेयर रह गया  मगर सोयाबीन का बिजाई क्षेत्र 40 हजार हेक्टेयर से उछलकर 1.07 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया। सूरजमुखी का रकबा 22 हजार हेक्टेयर के समान स्तर पर रहा।