पेट्रोल में 20 प्रतिशत एथनॉल के मिश्रण का लक्ष्य हासिल होने का दावा
20-Jun-2025 12:37 PM

नई दिल्ली। केन्द्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री ने कहा है कि पेट्रोल में 20 प्रतिशत एथनॉल के मिश्रण का लक्ष्य पहले ही हासिल हो चुका है। पहले वर्ष 2030 तक इस लक्ष्य को प्राप्त करने का प्लान बनाया गया था मगर उससे छह साल पहले ही यह लक्ष्य हासिल कर लिया गया।
पेट्रोलियम मंत्री के अनुसार वर्ष 2025 के आरंभ में ही यह उपलब्धि हासिल हो जाने से 1.50 लाख करोड़ रुपए की बचत हो गई और हरित ऊर्जा को बढ़ावा मिला। पेट्रोलियम का आयात घटाने में एथनॉल की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी।
पेट्रोलियम मंत्री के अनुसार भूतकाल में पेट्रोल में एथनॉल के मिश्रण को बढ़ाने के रास्ते में अनेक चुनौतियां एवं बाधाएं थी लेकिन धीरे-धीरे इसे दूर करने का सफल प्रयास किया गया।
शुरूआती चरण में भारत सरकार ने देश के 10 राज्यों एवं केन्द्र शासित प्रदेशों में 5 प्रतिशत एथनॉल मिश्रित पेट्रोल की आपूर्ति शुरू करने का प्लान बनाया था मगर कुछ कारणों से इसमें सफलता नहीं मिल पाई थी।
उसके बाद नवम्बर 2022 तक पेट्रोल में 10 प्रतिशत एथनॉल के मिश्रण का लक्ष्य रखा गया और इसके लिए जोरदार प्रयास भी आरंभ किया गया। इसके फलस्वरूप नियत समय से 5 माह पूर्व यानी मई 2022 में ही इस 10 प्रतिशत मिश्रण के लक्ष्य को हासिल कर लिया गया।
इसके बाद सरकार ने वर्ष 2030 तक पेट्रोल में एथनॉल के मिश्रण का लक्ष्य बढ़ाकर 20 प्रतिशत निर्धारित किया और यह लक्ष्य पांच साल पहले ही यानी वर्ष 2025 में हासिल हो गया। भारत में मुख्यत: गन्ना एवं अनाज (मक्का, चावल) से एथनॉल का निर्माण होता है।
मिश्रण का ऊंचा लक्ष्य प्राप्त होने से पेट्रोलियम के आयात खर्च में 1.50 लाख करोड़ की बचत हुई जिससे किसानों को उसके उत्पादों का ऊंचा भाव दिलाने में सहायता मिली।
भारत अब दुनिया में एथनॉल मिश्रण के शीर्ष देशों की सूची में शामिल हो गया। कुल मिलाकर देखा जाए तो ब्राजील के बाद भारत में ही मिश्रण का स्तर सबसे ऊंचा है।
ब्राजील में 26-27 प्रतिशत एथनॉल का मिश्रण पेट्रोल में होता है। पहले वहां केवल गन्ना से एथनॉल बनाया जाता था लेकिन अब मक्का से भी बड़े पैमाने पर इसका निर्माण किया जा रहा है।