पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से अगले सप्ताह बारिश संभव
05-Feb-2025 02:27 PM
नई दिल्ली । मौसम विभाग ने पिछले दिनों कहा था कि 3 और 8 फरवरी को पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता बढ़ेगी जिससे देश के उत्तरी एवं पश्चिमोत्तर क्षेत्र के मैदानी इलाकों में सामान्य या हल्की बारिश होगी तथा पर्वतीय इलाकों में हिमपात होगा। 3 फरवरी का समय बीत चुका है और अब 8 फरवरी पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं।
इस बीच दिल्ली-एनसीआर, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान एवं हिमाचल प्रदेश में 1 से 4 फरवरी तक मौसम ठंडा बना रहा और कई क्षेत्रों में हल्की वर्षा भी हुई।
उत्तर प्रदेश तथा राजस्थान के कुछ इलाकों में गहन धुंध एवं घने कोहरे का भी प्रकाेप देखा गया मगर अब तापमान एक बार फिर बढ़ने लगा है। इससे रबी फसलें आंशिक रूप से प्रभावित होने की आशंका है।
लेकिन यदि 8 फरवरी को पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हुआ और उसके बाद बारिश हुई तो फसलों को काफी राहत मिलेगी और उसे नुकसान पहुंचने की आशंका बहुत घट जाएगी। वैसे मौसम विभाग ने फरवरी माह के दौरान तपमान सामान्य औसत से कुछ ऊंचा रहने का अनुमान व्यक्त किया है
लेकिन यदि बीच-बीच में बारिश होती रही तो ज्यादा समस्या नहीं होगी। रबी फसलों को ज्यादा गर्मी एवं ओलावृष्टि से अधिक खतरा रहता है जबकि घना कोहरा भी उसके लिए लाभप्रद नहीं माना जाता है।
पिछले दो-तीन दिन तक कई राज्यों में आसमान पर बादल छाए रहे और मौसम में ठंडक बढ़ गई। अगले सप्ताह भी यदि मौसम की ऐसी स्थिति बनी तो फसलों को लाभ होगा।
चालू सप्ताह के शुरूआती दो दिनों के दौरान उत्तर प्रदेश में आगरा तथा आसपास के जिलों में अच्छी बारिश हुई। लेकिन अब गर्मी बढ़ गई है।
अगैती बिजाई वाली कुछ रबी फसलें पकने लगी हैं और कहीं-कहीं इसकी छिटपुट आवक भी शुरू होने की सूचना मिल रही है।
उम्मीद की जा रही है कि मध्य फरवरी के बाद सरसों तथा चना की नई फसल की अच्छी आवक होने लगेगी जबकि गेहूं के नए माल की आवक मध्य मार्च से आरंभ होने की संभावना है।