पोस्ता- उत्पादन एवं क्वालिटी बेहतर आने के समाचार
05-Mar-2025 06:36 PM

नई दिल्ली। जनकर सूत्रों का कहना है कि दूसरे वर्ष भी देश में पोस्तदाना की पैदावार अच्छी रहने के समाचार मिल रहे हैं। बिजाई के पश्चात मौसम फसल के अनुकूल बना रहा। जिस कारण से प्रति हेक्टेयर पैदावार बढ़ने के साथ क्वालिटी भी अच्छी आने के अनुमान लगाए जा रहे हैं। पोस्ता का मुख्यत: उत्पादन मध्य प्रदेश एवं मध्य प्रदेश की सीमा से लगते राजस्थान में होता है। मध्य प्रदेश मंडियों में नए पोस्ता की आवक होली के पश्चात शुरू होने की संभावना है।
उत्पादन अनुमान
बाजार सूत्रों का कहना है कि दूसरे वर्ष भी पोस्ता की पैदावार अधिक होने के अनुमान लगाए जा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2023 के दौरान देश में पोस्ता की पैदावार 6/6.50 हजार टन की रही थी जोकि वर्ष 2024 में बढ़कर 7.50/8 हजार टन की हो गई। चालू वर्ष 2025 के दौरान उत्पादन अनुमान 8 हजार टन से अधिक के लगाए जा रहे हैं।
मंदा-तेजी
विगत कुछ समय से पोस्ता की कीमतों में सीमित उतार-चढ़ाव चल रहा है और भाव 10/20 रुपए के मंदा-तेजी के बीच ही घूम रहे हैं। वर्तमान में प्रमुख उत्पादक राज्य मध्य प्रदेश की नीमच मंडी में पोस्ता टिनोपाल का भाव 1150/1170 रुपए प्रति किलो बोला जा रहा है। जबकि कोलकाता में टर्की का भाव 1250/1260 रुपए चल रहा है। दिल्ली बाजार में टर्की पोस्ता का व्यापार 1200/1210 रुपये पर हो रहा है।
जानकार सूत्रों का कहना है कि आगामी दिनों में नए मालों की आवक शुरू हो जाने के पश्चात कीमतों में अधिक मंदा-तेजी संभव नहीं है। क्योंकि विगत दो वर्षों से आयातित टर्की पोस्ता की आवक नहीं हो रही है। जिस कारण आपूर्ति देसी मालों से हो रही है। कारोबारियों का मानना है कि मई माह के दौरान पोस्ता की कीमतों में तेजी संभव है। क्योंकि मंडियों में नए मालों की आवक घटने के कारण खपत बढ़नी शुरू हो जाएगी। उल्लेखनीय है कि आमतौर पर पोस्ता की अधिक खपत गर्मी के सीजन में होती है। पोस्ता ठंडा होने के कारण ठंडाई बनाने में अधिक मात्रा में उपयोग किया जाता है।
बिजाई के पट्टे
उल्लेखनीय है कि अफीम की खेती के लिए केन्द्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो (सीबीएस) किसानों को अफ्रीम की खेती करने के लिए लाइसेंस जारी करता है। चालू सीजन 2025 के लिए लगभग 1.10 लाख आरी के पट्टे जारी किए गए। किसानों का कहना है कि 10 आरी लगभग आधा बीघा होता है।