पाकिस्तान मार्ग बंद होने से अनेक भारतीय उत्पादों का निर्यात प्रभावित होने की आशंका
07-May-2025 07:30 PM

अमृतसर। भारत से पहले पाकिस्तान के रास्ते अफगनिस्तान तक अनेक उत्पादों को पहुंचाया जाता था और फिर वहां से अन्य देशों को इसका निर्यात किया जाता था लेकिन पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर भारत द्वारा हमला किए जाने से यह रास्ता बंद हो गया है।
बाघा-अटारी बॉर्डर पहले ही बंद हो चुका है। इसके फलस्वरूप भारतीय निर्यातकों को लम्बे मार्ग से अपने उत्पादों का शिपमेंट करने के लिए विवश होना पड़ेगा जिससे शिपमेंट खर्च में बढ़ोत्तरी हो जाएगी।
पाकिस्तानी मार्ग बंद होने के कारण भारत से खासकर मसालों, सूखे मेवों एवं तिलहन तथा इसके उत्पादों का निर्यात प्रभावित होने की आशंका है।
इसमें हल्दी, जीरा, धनिया, सौंफ,इलायची, काजू, मूंगफली, कोपरा (नारियल), काबुली चना सहित अन्य दलहन चीनी तथा ऑयल मील आदि शामिल है।
पश्चिम एशिया एवं खाड़ी क्षेत्र के देशों में इन भारतीय उत्पादों की अच्छी मांग रहती है। पाकिस्तान के रास्ते अफगानिस्तान तक भारतीय उत्पादों का पहुंचना अब संभव नहीं हो पाएगा जिससे एक तरफ ईरान, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, कुवैत, बहरीन एवं जॉर्डन तो दूसरी ओर पूर्वी सोवियत गणराज्यों में इन उत्पादों की पहुंच कठिन हो जाएगी।
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है और दोनों में युद्ध होने की आशंका बढ़ गई है। ऐसी हालत में भारतीय उत्पादों के परिवहन के लिए पाकिस्तान का मार्ग उपलब्ध होना असंभव हो गया है।
इसके फलस्वरूप भारत को इन उत्पादों के निर्यात के लिए लम्बा रास्ता अपनाना पड़ेगा जिससे शिपमेंट खर्च बढ़ेगा और निर्यातकों के मार्जिन में कमी आएगी।
कई आयातकों द्वारा सौदों को किए जाने का खतरा बढ़ गया है। पाकिस्तान पर 6 मई की रात को भारत द्वारा सर्जिकल स्ट्राइक किया गया जिससे अनेक आतंकवादियों की मौत हो गई।