मार्च में महंगाई दर 3.6 प्रतिशत पर स्थिर रहने का अनुमान

15-Apr-2025 08:32 PM

नई दिल्ली। मार्च माह के दौरान उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित महंगाई की दर में लगभग उतनी ही बढ़ोत्तरी होने का अनुमान है जितनी वृद्धि फरवरी में हुई थी।

उससे पूर्व लगातार चार महीनों तक इसमें गिरावट दर्ज की गई थी। विश्लेषकों के अनुसार यद्यपि खाद्य उत्पादों की कीमतों में काफी हद तक स्थिरता बनी रही मगर सोने का दाम तेजी से बढ़ गया।

खाद्य उत्पादों की कीमतों में आई तेजी अब धीरे-धीरे नरम पड़ती जा रही है। गत चार महीनों से क्रमिक रूप से कीमतों में गिरावट का माहौल बना हुआ है।

मार्च माह में यह और भी नीचे आने का अनुमान है लेकिन उसके बाद की स्थिति अनिश्चित है। मार्च में वर्षा की हालत काफी हद तक अनियमित एवं अनिश्चित बनी रही जबकि देश के कई भागों में भीषण गर्मी का प्रकोप देखा गया। इससे रबी कालीन फसलों की प्रगति पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की आशंका है। 

अर्थ शास्त्रियों के अनुसार उपभोक्ता मूल्य सूचकांक मार्च में 3.60 प्रतिशत रह सकता है जो फरवरी में 3.61 प्रतिशत था। वैसे वास्तविक स्थिति की जानकारी तभी मिल सकेगी जब सरकारी आंकड़ा सामने आएगा।

फरवरी के मुकाबले मार्च माह के दौरान विभिन्न खाद्य उत्पादों का भाव या तो स्थिर रहा या उसमें मामूली परिवर्तन देखा गया। इसमें प्रमुख अनाज, दाल, खाद्य तेल एवं चीनी आदि शामिल हैं।

सब्जियों के दाम में फरवरी के मुकाबले मार्च में थोड़ी गिरावट दर्ज की गई लेकिन सोना का मूल्य तेजी से बढ़ गया। इससे कुछ महंगाई दर में गिरावट आने की संभावना समाप्त हो गई। मार्च में सोना का भाव 7 प्रतिशत बढ़ गया।

कोर महंगाई दर में थोड़ी वृद्धि होने की उम्मीद है और यह फरवरी के अनुमानित स्तर 3.90-4.00 प्रतिशत की तुलना में मार्च के दौरान 4.10 प्रतिशत पर पहुंच सकती है। इस कोर इंफ्लेशन में खाद्य एवं ऊर्जा क्षेत्र के उत्पाद शामिल है जबकि ज्यादा उतार-चढ़ाव इसके दाम में ही आते हैं।