महाराष्ट्र में चीनी का उत्पादन 38 लाख टन के पार
23-Dec-2025 08:12 PM
पुणे। महाराष्ट्र में गन्ना क्रशिंग एवं चीनी उत्पादन की गति पिछले साल से काफी तेज देखी जा रही है। चीनी मिलों को भरपूर मात्रा में गन्ना प्राप्त हो रहा है।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार चालू मार्केटिंग सीजन के दौरान 21 दिसम्बर 2025 तक राज्य में 191 इकाइयों में 446.04 लाख टन गन्ना की क्रशिंग से 380.21 लाख क्विंटल (38.02 लाख टन) चीनी का उत्पादन हुआ जबकि पिछले साल की समान अवधि में मिलों द्वारा केवल 268.67 लाख टन गन्ना की क्रशिंग करके 222.82 लाख क्विंटल चीनी का निर्यात किया गया था।
चालू सीजन में महाराष्ट्र के सभी प्रमुख उत्पादक क्षेत्रों में चीनी मिलों की गतिशीलता बढ़ने के संकेत मिल रहे हैं। इसके साथ-साथ गन्ना से चीनी की औसत रिकवरी दर में भी सुधार देखा जा रहा है।
पिछले साल 21 दिसम्बर तक औसत रिकवरी दर 8.20 प्रतिशत दर्ज की गई थी जो मौजूदा सीजन में बढ़कर 8.52 प्रतिशत पर पहुंच गई। गन्ना क्रशिंग की दक्षता बेहतर हुई है।
आधिकारिक आंकड़ों से पता चलता है कि राज्य के सभी संभागों में चीनी का बेहतर उत्पादन हो रहा है। इसके तहत कोल्हपुर संभाग को 37 मिलों में 98.79 लाख टन गन्ना की क्रशिंग से 98.77 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन हुआ।
इसी तरह पुणे संभाग की 30 मिलों ने 109.34 लाख टन गन्ना की क्रशिंग करके 96.02 लाख क्विंटल चीनी का निर्माण किया।
गन्ना एवं चीनी उत्पादन के एक अग्रणी संभाग- सोलापुर में कुल 43 मिलें सक्रिय हुई और उसमें 21 दिसम्बर 2025 तक 94.63 लाख टन गन्ना की क्रशिंग से 72.60 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन हुआ।
महाराष्ट्र के अन्य संभागों- अमरावती, अहमदनगर, छत्रपति संभाजी नगर एवं नागपुर आदि में भी गन्ना की क्रशिंग तेज गति से हो रही है और चीनी का उत्पादन बढ़ रहा है।
यदि क्रशिंग की वर्तमान गति आगे भी बरकरार रही तो राज्य में 2025-26 सीजन के दौरान चीनी का कुल उत्पादन 100 लाख टन की सीमा को आसानी से पार कर जाएगा।
इस्मा एवं एनएफसीएसएफ जैसे शीर्ष संगठनों के चालू सीजन के दौरान महाराष्ट्र में चीनी का शानदार उत्पादन होने का अनुमान व्यक्त किया है।
लेकिन गन्ना की भरपूर क्रशिंग होने तथा चीनी का एक्स फैक्टरी मूल्य कमजोर रहने से मिलर्स को किसानों को सही समय पर गन्ना के उचित एवं लाभकारी मूल्य का भुगतान करने में कठिनाई हो सकती है।
