केन्द्रीय पूल में 1 सितम्बर को 574.57 लाख टन खाद्यान्न का स्टॉक

10-Sep-2024 06:45 PM

नई दिल्ली। आधिकारिक आंकड़ों से ज्ञात होता है कि 1 सितम्बर 2024 को केन्द्रीय पूल में 323.11 लाख टन चावल तथा 251.46 लाख टन गेहूं के साथ कुल 574.57 लाख टन खाद्यान्न का स्टॉक मौजूद था जो 1 अगस्त 2024 को उपलब्ध स्टॉक 595.22 लाख टन से कम मगर 1 सितम्बर 2023 को मौजूद स्टॉक 493.25 लाख टन से ज्यादा था।

पिछले साल की तुलना में इस बार सितम्बर के आरंभ में चावल के स्टॉक में भारी बढ़ोत्तरी देखी जा रही है मगर गेहूं का स्टॉक कुछ घट गया है। इसी तरह धान के स्टॉक में भी गिरावट आई है। 

धान-चावल के स्टॉक की कोई समस्या नहीं है। 1 सितम्बर 2024 को 323.11 लाख टन चावल के साथ-साथ 148.22 लाख टन धान का भी स्टॉक मौजूद था जबकि अगले महीने यानी अक्टूबर से खरीफ कालीन धान के नए माल की आवक शुरू हो जाएगी और उसके बाद चावल का स्टॉक भी क्रमिक रूप से बढ़ता जाएगा। मार्च 2025 तक धान की सरकारी खरीद जारी रहेगी और उसके बाद रबी कालीन धान की खरीद आरंभ होगी। 

लेकिन गेहूं का मामला कुछ जटिल प्रतीत होता है। सरकारी गोदामों में सितम्बर 2024 के आरंभ में 251.46 लाख टन गेहूं का स्टॉक मौजूद था जबकि अक्टूबर-नवम्बर में इसकी बिजाई शुरू होगी और इसका नया माल अगले साल अप्रैल में आना  शुरू होगा।

कहने का आशय यह है कि नई फसल अभी छह-सात महीना दूर है जबकि घरेलू प्रभाग में आपूर्ति एवं उपलब्धता की स्थिति जटिल बनी हुई है।

यदि खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत सरकारी स्टॉक से गेहूं की बिक्री धड़ल्ले से आरंभ की गई तो केन्द्रीय पूल में इसका स्टॉक लगातार सिकुड़ता जाएगा

क्योंकि सरकार को राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून सहित कई अन्य योजनाओं के लिए भी भारी मात्रा में गेहूं का वितरण करना पड़ता है। 1 सितम्बर को सरकार के पास 3.66 लाख टन मोटे अनाजों का स्टॉक भी उपलब्ध था।