कलौंजी में व्यापार कम मगर धारणा तेजी की
01-Aug-2025 06:48 PM

नई दिल्ली। विगत कुछ समय से कलौंजी में कारोबार सीमित मात्रा में हो रहा है लेकिन स्टॉकिस्ट भाव घटाकर बिकवाली नहीं कर रहा है। जिस कारण से भाव पूर्व स्तर पर मजबूती के साथ बोले गए हैं। चालू माह के दौरान कलौंजी के भाव 100/200 रुपए मन्दा-तेजी के बीच ही चलते रहे हैं। मगर व्यापारियों का मानना है कि जल्द ही कलौंजी की कीमतों में तेजी का दौर शुरू हो जाएगा। क्योंकि एक ओर जहां मंडियों में आवक घटने के साथ-साथ उत्पादकों के पास स्टॉक भी कम रह गया है। वहीं दूसरी तरफ नई फसल आने में लगभग 7/8 माह का समय शेष है।
कलौंजी का मुख्यत: उत्पादन गुजरात, राजस्थान एवं मध्य प्रदेश में होता है। चालू सीजन के दौरान गुजरात में कलौंजी की पैदावार गत वर्ष की तुलना में अधिक रही लेकिन मध्य प्रदेश में उत्पादन कम रहा है। कुल मिलाकर इस वर्ष देश में कलौंजी का कुल उत्पादन 2.25/2.50 लाख बोरी (प्रत्येक बोरी 100 किलो) का माना गया है। गत वर्ष भी पैदावार इतनी ही रही थी वर्ष 2023 में उत्पादन 3.5/4 लाख बोरी का रहा था।
कुल उपलब्धता कम
चालू सीजन के दौरान हालांकि पैदावार गत वर्ष के बराबर मानी जा रही है लेकिन बकाया स्टॉक कम रहने के कारण कुल उपलब्धता कम रहेगी। जानकार सूत्रों का कहना है कि वर्ष 2024 के दौरान 2.25/2.50 लाख बोरी का उत्पादन होने के अलावा बकाया स्टॉक 1.25/1.50 लाख बोरी का था जबकि चालू सीजन के दौरान नई फसल के समय बकाया स्टॉक 30/40 हजार बोरी का माना गया था। सूत्रों का मानना है कि निर्यात एवं लोकल खपत को मिलाकर प्रति वर्ष कलौंजी की लगभग 3.50/4 लाख बोरी की आवश्यकता होती है जबकि चालू सीजन के दौरान कुल उपलब्धता 3 लाख बोरी के आसपास रहेगी। जिस कारण से कलौंजी की कीमतों में मंदे की संभावना नहीं है।
आवक
जानकार सूत्रों का कहना है की कुल उत्पादन का लगभग 80/85 प्रतिशत माल मंडियों में जाने के कारण दैनिक आवक न्यूनतम स्तर पर आ गई है। मध्य प्रदेश की नीमच मंडी में आवक 350/400 बोरी की रह गई है और भाव 185/212 रुपए प्रति किलो बोले जा रहे है। जबकि गुजरात की गोंडल मंडी में आवक 70/80 बोरी की हो रही है और भाव 190/206 रुपए बोले जा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि अप्रैल माह के दौरान गोंडल मंडी में कलौंजी की आवक 2400/2500 बोरी की हो रही थी और भाव 160/185 रुपए बोले जा रहे थे।
मन्दा-तेजी
जानकार सूत्रों का कहना है कि कलौंजी की वर्तमान कीमतों में मंदे की संभावना नहीं है क्योंकि चालू सीजन के दौरान खपत की तुलना में उपलब्धता कम है इसके साथ ही आवक भी घट गई है। संभावना व्यक्त की जा रही है कि आगामी दिनों में धीरे-धीरे कलौंजी में मांग निकलेगी और भाव भी बढ़ेंगे। व्यापारियों का मानना है कि इस वर्ष कलौंजी के भाव 240/250 रुपए बन जाने चाहिए।