कई राज्यों में मानसून की जोरदार बारिश होने की संभावना

02-Jul-2025 11:39 AM

नई दिल्ली। वर्षा से पूरित (संचालित) कम दाब का क्षेत्र झारखंड के ऊपर अपने पूर्व स्थान पर ही बरकरार है। इसके प्रभाव से पिछले 24 घंटों के दौरान पूर्वी भारत और इससे सटे पूर्व-मध्यवर्ती क्षेत्र तथा पश्चिमोत्तर राज्यों में कहीं-कहीं अत्यन्त मूसलाधार बारिश हुई और इसका सिलसिला अभी जारी रहने की संभावना है।

मौसम विभाग के अनुसार कम दाब का क्षेत्र धीरे-धीरे 2 जुलाई तक आगे बढ़कर झारखंड के सम्पूर्ण पश्चिमी एवं पश्चिमोत्तर भाग में पहुंच जाएगा।

इससे वहां और अधिक क्षेत्रों में जोरदार बारिश हो सकती है। मानसून का एक विशाल ट्रफ कम दाब के प्रभाव से सक्रिय हो चुका है और उसे बंगाल की खाड़ी से पर्याप्त नमी हासिल हो रही है। 

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक मानसून तंत्र के रीढ़ की हड्डी माने जाने वाला अत्यन्त महत्वपूर्ण ट्रफ अभी देश के आधे उत्तरी भाग में काफी सघन तथा गतिशील बना हुआ है।

फिलहाल यह ट्रफ श्री गंगानगर, रोहतक, कानपुर, वाराणसी, झारखंड तथा दीघा से होकर गुजर रहा है। इससे न केवल इन क्षेत्रों में अत्यन्त भारी बारिश होने की संभावना है बल्कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर अगले सर्कुलेशन के निर्माण का रास्ता भी साफ हो सकता है।

अंकीय मॉडल की भविष्यवाणी से पता चलता है कि यह ट्रफ चालू सप्ताह के अंत तक पश्चिम में राजस्थान से लेकर पूरब में बंगाल की खाड़ी तक सक्रिय रूप से कायम रहेगा। 

इसके साथ-साथ एक द्वितीयक ट्रफ का अस्तित्व भी बरकरार है जो उत्तर प्रदेश के पश्चिमोत्तर भाग के ऊपर स्थित है और इसका एक सिरा झारखंड के कम दाब वाले साइक्लोनिक सर्कुलेशन के साथ जुड़ा हुआ है जिससे वहां भारी वर्षा होने की उम्मीद है।  

पिछले दिन जिन इलाकों / राज्यों में 20 से०मी० से भी अधिक की मूसलाधार वर्षा हुई उसमें पूर्वी उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश तथा पश्चिमी मध्य प्रदेश शामिल है।

आज यानी 2 जुलाई के लिए मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश, पश्चिमी उत्तर प्रदेश तथा पूर्वी राजस्थान में कहीं-कहीं अत्यन्त जोरदार वर्षा होने का अलर्ट जारी किया है। पश्चिमोत्तर भारत में मानसून की सक्रियता बनी रहेगी।