गेहूं की सरकारी खरीद में पंजाब सर्वोच्च स्थान पर बरकरार
30-Apr-2025 04:39 PM

नई दिल्ली। हालांकि मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश एवं गुजरात जैसे राज्यों की तुलना में पंजाब में गेहूं की सरकारी खरीद काफी देर से शुरू हुई मगर मध्य अप्रैल से इसकी रफ्तार इतनी तेज हो गई कि वह सबसे आगे निकल गया।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार इस वर्ष राष्ट्रीय स्तर पर गेहूं की कुल सरकारी खरीद 23 अप्रैल तक बढ़कर 240.50 लाख टन पर पहुंच गई जो पिछले साल की समान अवधि की खरीद 188.32 लाख टन से 28 प्रतिशत अधिक रही। गेहूं खरीद की प्रक्रिया अभी जारी है।
केन्द्रीय पूल में खाद्यान्न का सर्वाधिक योगदान देने वाले राज्य- पंजाब में 28 अप्रैल तक गेहूं की कुल सरकारी खरीद बढ़कर 95.20 लाख टन पर पहुंची जो गत वर्ष की समान अवधि की खरीद 85.20 लाख टन से 10 लाख टन अधिक रही।
इसी तरह हरियाणा में खरीद की मात्रा 59.90 लाख टन से सुधरकर 63.70 लाख टन पर पहुंच गई। केन्द्रीय खाद्य मंत्रालय ने इस बार पंजाब में 124 लाख टन तथा हरियाणा में 75 लाख टन गेहूं खरीदने का लक्ष्य रखा है। आमतौर पर ये दोनों राज्य केन्द्रीय पूल में अत्यन्त विशाल मात्रा में गेहूं का योगदान देते हैं।
मध्य प्रदेश का प्रदर्शन इस बार सबसे अच्छा देखा जा रहा है। पहले वहां 60 लाख टन गेहूं खरीदने का लक्ष्य रखा गया था जबकि वास्तविक खरीद तेजी से उछलकर 63.90 लाख टन पर पहुंच गई है
जो पिछले साल के 33.90 लाख टन से 30 लाख टन या 89 प्रतिशत ज्यादा है। इसे देखते हुए सरकार ने वहां खरीद का लक्ष्य 10 लाख टन बढ़ाकर अब 70 लाख टन निर्धारित कर दिया है।
पिछले साल मध्य प्रदेश में कुल मिलाकर 48.40 लाख टन गेहूं खरीदा गया था। राजस्थान में भी खरीद की स्थिति बेहतर है। वहां इसकी मात्रा 10.50 लाख टन पर पहुंच गई है जबकि गत वर्ष 3.80 लाख टन से भी कम रही थी।
लेकिन उत्तर प्रदेश का प्रदर्शन ढीला है जो सरकार के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। वहां गेहूं की खरीद 7 लाख टन के करीब ही पहुंची है जो गत वर्ष के 5.40 लाख टन से कुछ ज्यादा है।