चीनी का सामान्य फ्री सेल कोटा नियत होने से भाव मजबूत रहने की संभावना

30-Apr-2025 07:48 PM

नई दिल्ली। गन्ना की क्रशिंग एवं चीनी के उत्पादन की प्रक्रिया लगभग समाप्त हो चुकी है और अगले  कुछ दिनों में चीनी के उत्पादन का आंकड़ा भी सामने आ जाएगा।

लेकिन अब तक जो संकेत मिले हैं उससे पता चलता है कि 2023-24 सीजन की तुलना में 2024-25 सीजन के दौरान चीनी के घरेलू उत्पादन में लगभग 60 लाख टन की जोरदार गिरावट आ गई।

इसके फलस्वरूप 30 सितम्बर 2025 को वर्तमान मार्केटिंग सीजन के अंत में उद्योग के पास चीनी का बकाया अधिशेष स्टॉक घटकर 50 लाख टन से नीचे आने की संभावना है।

खाद्य मंत्रालय ने मई 2025 के दौरान घरेलू प्रभाग में बेचने के लिए 23.50 लाख टन चीनी का मासिक फ्री सेल कोटा घोषित किया है जो अप्रैल के कोटे के बराबर तथा मई 2024 के लिए नियत कोटा 27 लाख टन से 3.50 लाख टन कम है। गर्मी का सीजन होने से मई में चीनी की औद्योगिक मांग बढ़ने की संभावना है जिससे इसका भाव मजबूत रह सकता है। 

चीनी का उत्पादन इस बार महाराष्ट्र एवं कर्नाटक में काफी घट गया। उत्तर प्रदेश के उत्पादन में भी कमी आई है। इक्का-दुक्का राज्यों को छोड़कर शेष सभी प्रमुख उत्पादक प्रांतों में उत्पादन कम होने से स्टॉक में गिरावट आएगी।

सरकार ने 2024-25 सीजन के लिए 10 लाख टन चीनी के निर्यात की अनुमति दी है मगर ऊंचे घरेलू बाजार भाव के कारण इसके शिपमेंट की गति काफी धीमी चल रही है।

मिलर्स को घरेलू प्रभाग में चीनी की बिक्री से आकर्षक आमदनी प्राप्त हो रही है इसलिए वे निर्यात उद्देश्य के लिए इसकी बिक्री के तहत दाम घटाने के लिए तैयार नहीं है।

आधिकारिक आंकड़ों से पता चलता है कि वर्ष 2025 के शुरूआती पांच महीनों में यानी जनवरी-मई के दौरान कुल 115 लाख टन चीनी का फ्री सेल कोटा जारी किया गया

जो वर्ष 2024 की समान अवधि के कोटे से 5.50 लाख टन कम मगर वर्ष 2023 के इन्हीं महीनों के फ्री सेल कोटा से 4 लाख टन ज्यादा है। उत्तर प्रदेश में कुछ इकाइयों में गन्ना की क्रशिंग अभी जारी है।