गेहूं का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य होने के बावजूद यूपी में सरकारी खरीद बहुत कम
14-Jul-2025 01:27 PM

लखनऊ। शानदार उत्पादन एवं जोरदार प्रबंध के बावजूद इस वर्ष उत्तर प्रदेश (यूपी) में गेहूं की सरकारी खरीद में सामुहित बढ़ोत्तरी नहीं हो सकी। ज्ञात हो कि उत्तर प्रदेश भारत में गेहूं का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य है और वहां इस वर्ष मध्य मार्च से ही इस महत्वपूर्ण खाद्यान्न की सरकारी खरीद की प्रक्रिया शुरू हो गयी थी लेकिन इसके बावजूद वहां केवल 10.27लाख टन की खरीद संभव हो सकी जो पिछले साल की खरीद से तो करीब एक लाख टन ज्यादा है लेकिन 30 लाख टन के निया लक्ष्य का महज एक तिहाई है।
केंद्रीय खाद्यान्न खरीद पोर्टल पर दर्ज आकड़ों के अनुसार उत्तर प्रदेश में इस बार 4.60 लाख टन से अधिक किसानों ने सरकारी एजेंसी को गेहूं बेचने के लिए अपना रजिस्ट्रेशन करवाया था मगर इसमें से केवल 1.43 लाख टन या 31 प्रतिशत किसानों का माल ही सरकारी क्रय केन्द्रों पर पहुंच सका। किसानों से खरीदे गये 10.27 लाख टन गेहूं के लिए इसे 2509 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया। पंजाब, हरियाणा एवं बिहार जैसे राज्यों की भांति उत्तर प्रदेश में भी गेहूं की सरकारी खरीद 2425 रुपए प्रति क्विंटल का न्यूनतम समर्थन मूल्य पर की गयी।
लेकिन केंद्रीय पूल में खाद्यान्न का सर्वाधिक योगदान देने वाले राज्यों में पंजाब, मध्य प्रदेश, हरियाणा तथा राजस्थान के बाद उत्तर प्रदेश पांचवे नम्बर पर रहा। जहां पंजाब में 100 लाख टन से ज्यादा, मध्य प्रदेश तथा हरियाण में 70-70 लाख टन से अधिक तथा राजस्थान में 20 लाख टन से ज्यादा गेहूं खरीदा गया वहीँ उत्तर प्रदेश में इसकी खरीद 10.5 लाख टन तक भी नहीं पहुंच सकी। इस वर्ष नियत लक्ष्य के सापेक्ष पंजाब में 94 प्रतिशत (119.19 लाख टन), मध्य प्रदेश में 77.71 लाख टन, हरियाणा में 72.34 लाख टन और राजस्थान में 21.28 लाख टन गेहूं ख़रीदा गया मगर उत्त्र प्रदेश में केवल 10.27 लाख टन की खरीद हो सकी। राजस्थान इकलौता ऐसा राज्य हैं जहाँ नियत लक्ष्य (20 लाख टन) से अधिक गेहूं की खरीद हुई।
आधिकारिक आकड़ों के अनुसार चालू वर्ष के दौरान राष्ट्रीय स्तर पर 38.90 लाख किसानों ने गेहूं बिक्री के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया था मगर इसमें से 23.96 लाख या 62 प्रतिशत किसानों ने ही सरकार को अपना गेहूं बेचा। देश के 11 प्रमुख गेहूं उत्पादक राज्यों में इस खाद्यान्न की खरीद का प्रबंध किया जा रहा है जिसमें उपरोक्त पांच राज्यों के अलावा बिहार, गुजरात, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर एवं चंडीगढ़ (केंद्र शासित प्रदेश) शामिल है। इस वर्ष भारतीय खाद्य मिशन एवं प्रांतीय एजेंसियों को केंद्रीय पूल के लिए 23.61 लाख किसानों से 72,069 करोड़ रुपए मूल्य के लगभग 301.15 लाख टन गेहूं की खरीद करने में सफलता हासिल हुई। यूपी में प्राइवेट व्यापारियों ने अच्छी मात्रा में किसानों से गेहूं खरीदा।