अप्रैल-मई में ऑयल मील के निर्यात में 1.8 प्रतिशत की मामूली वृद्धि
19-Jun-2025 06:01 PM

मुम्बई। सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सी) द्वारा संकलित आंकड़ों से पता चलता है कि भारत से चालू वित्त वर्ष के शुरुआती दो महीनों में यानी अप्रैल-मई 2025 के दौरान ऑयल मील का निर्यात कुछ बढ़कर 7.81 लाख टन पर पहुंच गया
जो वर्ष 2024 के इन्हीं दो महीनों के शिपमेंट 7.67 लाख टन से करीब 1.8 प्रतिशत अधिक रहा। इसके तहत सोयामील का निर्यात मई 2024 को 3.02 लाख टन से 4.31 प्रतिशत बढ़कर मई 2025 में 3.15 लाख टन पर पहुंच गया।
एसोसिएशन के कार्यकारी निदेशक का कहना है कि अफ्रीकी देशों में सोयाबीन डीओसी की मांग एवं खपत तेजी से बढ़ती जा रही है क्योंकि वहां पशुधन की संख्या बढ़ रही है और मिश्रित पशु आहार के निर्माण में सोयामील का निर्यात किया गया जो एक शुभ संकेत है।
इसका निर्यात मुख्यतः केन्या एवं कुवैत में हुआ। उल्लेखनीय है कि वित्त वर्ष 2024-25 की सम्पूर्ण अवधि (अप्रैल-मार्च) के दौरान भारत से संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) को 8 लाख टन से अधिक सोयामील का निर्यात हुआ और फिर वहां से उसे ईरान सहित अन्य देशों को भेजा गया। इस तरह पश्चिम-एशिया भारतीय सोयामील के एक महत्वपूर्ण बाजार के रूप में उभर रहा है।
लेकिन दक्षिण-पूर्व एशिया में इसका निर्यात प्रदर्शन कुछ कमजोर पड़ गया है। यूरोपीय देश इसकी खरीद में अच्छी दिलचस्पी दिखा रहे हैं।
'सी' के कार्यकारी निदेशक के अनुसार अफ्रीकी देश भारतीय सोयामील के लिए उभरते बाजार है। भारत को वहां माल भेजने में परिवहन का लाभ मिलता है क्योंकि अर्जेन्टीना, ब्राजील, अमरीका जैसे अग्रणी निर्यातक देशों से अफ्रीका काफी दूर है।
भारत से निकटता होने के कारण अफ्रीकी देश कंटेनर्स में छोटे-छोटे पार्सल के रूप में सोयामील का आयात कर सकते हैं। सोयामील का निर्यात अप्रैल-मई 2025 में सुधरकर 3.87 लाख टन पर पहुंचा जो गत वर्ष 3.44 लाख टन दर्ज किया गया था।