आईवीपीए के प्रतिनिधि मंडल ने साफ्टा देशों से रिफाइंड तेल के आयात पर अंकुश लगाने का आग्रह किया

22-Apr-2025 05:38 PM

नई दिल्ली। पिछले सप्ताह इंडियन वेजिटेबल ऑयल प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन (आईवीपीए) के अध्यक्ष सुधाकर देसाई के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल ने केन्द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री तथा उपभोक्ता मामले,

खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री से मुलाकात करके दक्षिण एशिया मुक्त व्यापार क्षेत्र (साफ्टा) संधि के अंतर्गत आने वाले देशों से भारत में रिफाइंड खाद्य तेलों के बढ़ते आयात शुल्क का अंतर बढ़ाने  पर भी जोर दिया।

साफ्टा देशों के तहत खासकर नेपाल से भारत में रिफाइंड सोयाबीन तेल का बड़े पैमाने पर आयात हो रहा है जिससे भारतीय किसानों एवं उद्यमियों को काफी नुकसान हो रहा है।

इस प्रतिनिधि मंडल में सुधाकर देसाई के साथ-साथ भावना महापौर अमरेन्द्र मिश्र भी शामिल थे। दोनों मंत्रियों ने प्रतिनिधि मंडल की बातों और दलीलों को काफी ध्यान से सुना और आईवीपीए द्वारा अब तक किए गए कार्यों एवं प्रयासों की सराहना की।

मंत्रियों ने एसोसिएशन को आश्वस्त किया कि स्वदेशी खाद्य तेल उद्योग के हितों की रक्षा की जाएगी और मेक इन इंडिया इनीशियटिव के सापेक्ष उद्योग की चिंताओं पर गम्भीरतापूर्वक ध्यान दिया जाएगा।

नेपाल तथा बांग्ला देश सहित साफ्टा के अन्य सदस्य देशों से भारत में विभिन्न उत्पादों का शुल्क मुक्त आयात होता है मगर इसमें यह शर्त लगी हुई है कि इन उत्पादों का उत्पादन निर्यातक देश में होना अनिवार्य है।

नेपाल में सोयाबीन एवं सोया तेल का अत्यन्त सीमित उत्पादन होता है लेकिन वह विदेशों से इसका आयात करके भारत को उसका पुनर्निर्यात करता जो साफ्टा संधि के नियमों- शर्तों का सरासर उल्लंघन है। इस पर अंकुश लगाने की आवश्यकता है। 

प्रतिनिधिमंडल ने रिफाइंड खाद्य तेलों के आयात को नियंत्रित करने के लिए इस पर काफी ऊंचे स्तर का सीमा शुल्क लगाने का सुझाव दिया।

उद्योग का मानना है कि भारत में रिफाइंड खाद्य तेलों के आयात की आवश्यकता नहीं है। यदि इसके आयात पर प्रतिबंध लगाना संभव न हो तो इसे न्यूनतम स्तर तक सीमित रखने का प्रयास अवश्य होना चाहिए।