पहली तिमाही में हल्दी के निर्यात में 4 प्रतिशत की गिरावट

27-Jun-2025 12:09 PM

मुंबई। एक अग्रणी व्यापारी विश्लेषक के अनुसार चालू वर्ष की पहली तिमाही में यानी जनवरी-मार्च 2025के दौरान भारत से हल्दी के निर्यात की मात्रा 4 प्रतिशत गिरकर 39,400 टन तथा उससे होने वाली आई 13 प्रतिशत घटकर 7.51 करोड़ डॉलर पर अटक गयी। समिक्षीधीन अवधि के दौरान भारत से 20 प्रतिशत हल्दी का निर्यात बांग्लादेश को 8 प्रतिशत का शिपमेंट मोरक्को को तथा 7 प्रतिशत का निर्यात संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) को हुआ जबकि शेष निर्यात अन्य देशों को किया गया।

दूसरी ओर जनवरी-अप्रैल 2025 के चार महीनों के दौरान भारत से बड़ी इलायची का आयात 11 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 1790 टन पर पहुंच गया। इसमें से 64 प्रतिशत का आयत नेपाल से तथा 9 प्रतिशत का आयात भूटान से किया गया।

उधर इंडोनेशिया से कालीमिर्च का निर्यात जनवरी-मार्च 2025 की तिमाही में 54 प्रतिशत उछलकर 12,340 टन पर पहुंचा जबकि इसकी निर्यात आय 108 प्रतिशत की जोरदार वृद्धि के साथ 7.90 करोड़ डॉलर पर पहुंच गयी। दिलचस्प तथ्य है है कि इसमें से सर्वाधिक 32 प्रतिशत कालीमिर्च का आयात वियतनाम से किया जो स्वयं दुनिया में इस महत्वपूर्ण मसाले का सबसे प्रमुख उत्पादक एवं निर्यातक देश है। इसके अलावा अमरीका और चीन द्वारा 15-15 प्रतिशत इंडोनेशियाई कालीमिर्च का आयात किया गया। इंडोनेशिया से कई अन्य देशों को भी कालीमिर्च का निर्यात होता है।

यूरोपियन देश स्पेन से अप्रैल 2025 में 9780टन बादाम का निर्यात हुआ जो अप्रैल 2024 की तुलना में 9 प्रतिशत अधिक रहा।

श्रीलंका से डेस्सीकैटेड नारियल का निर्यात जनवरी-मई 2025 के दौरान 29 प्रतिशत घटकर 11,620 टन और अटक गया। हालाँकि इस अवधि में भारत में इसका आयात 2 प्रतिशत बढ़कर 3440टन पर पहुंचा और जर्मनी में भी 33 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 990 टन पर पहुंच गया। मगर अन्य देशों से निर्यात प्रदर्शन कमजोर रहा। भारत ने कुल निर्यात के 30 प्रतिशत भाग का आयात किया।