ओएमएसएस के तहत नवीनतम नीलामी में 1.66 लाख टन गेहूं एवं 17 हजार टन चावल की बिक्री

11-Sep-2023 12:47 PM

नई दिल्ली । खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत भारतीय खाद्य निगम द्वारा 6 सितम्बर को आयोजित 11 वीं ई-नीलामी में बिक्री के लिए कुछ 2.01 लाख टन गेहूं तथा 4.89 लाख टन चावल का ऑफर दिया गया था।

गेहूं की बिक्री देशभर के 500 डिपो एवं चावल की बिक्री 337 डिपो से की जानी थी। लेकिन इसमें से 1.66 लाख टन गेहूं एवं महज 17 हजार टन चावल की बिक्री संभव हो सकी।

गेहूं की एफएक्यू क्वालिटी वाले माल का भारित औसत मूल्य 2169.65 रुपए प्रति क्विंटल दर्ज किया गया जो इसके लिए नियत न्यूनतम आरक्षित मूल्य 2150 रुपए प्रति क्विंटल से कुछ ऊंचा रहा।

इसी तरह यूआरएस क्वालिटी का भारित औसत बिक्री मूल्य 2150.86 रुपए प्रति क्विंटल रहा जो न्यूनतम आरक्षित मूल्य 2125 रुपए प्रति क्विंटल से ऊंचा था। 

जहां तक चावल का सवाल है तो इसका न्यूतनम आरक्षित मूल्य अखिल भारतीय स्तर पर 2952.27 रुपए प्रति क्विंटल नियत किया गया था जबकि भारित औसत बिक्री मूल्य 2956.19 रुपए प्रति क्विंटल दर्ज किया गया।

सरकार ने प्रत्येक खरीदार के लिए खरीद की अधिकतम मात्रा गेहूं के लिए 100 टन तथा चावल के लिए 1000 टन निर्धारित कर रखा है ताकि अधिक से अधिक संख्या में खरीदारों को इस ई-नीलामी में भाग लेने का अवसर मिल सके। व्यापारियों को गेहूं की खरीद से बाहर कर दिया गया है लेकिन वे चावल की खरीद कर सकते हैं। 

उल्लेखनीय है कि घरेलू बाजार में खाद्यान्न की आपूर्ति एवं उपलब्धता बढ़ाने तथा कीमतों में तेजी पर अंकुश लगाने के लिए सरकार ने 28 जून से गेहूं तथा 5 जुलाई से चावल की नीलामी बिक्री शुरू की थी और इसका न्यूनतम आरक्षित मूल्य भी प्रतिस्पर्धी स्तर पर रखा था।

शुरूआती दौर में चावल की बिक्री निराशाजनक रही थी और आगामी माह से कुछ राज्यों में धान-चावल के नए माल की आपूर्ति शुरू होने पर खरीद की गति धीमी पड़ सकती है लेकिन गेहूं की खरीद में अच्छी प्रगति होने की संभावना है क्योंकि लगभग सभी प्रमुख मंडियों में दाम न्यूनतम आरक्षित मूल्य एवं न्यूनतम समर्थन मूल्य से ऊंचा चल रहा है।