केन्द्रीय पूल से बिक्री शुरू होने तक गेहूं का भाव ऊंचा रहने की संभावना
13-Nov-2024 08:58 PM
नई दिल्ली । गेहूं का बाजार भाव लगातार ऊंचा एवं तेज होता जा रहा है क्योंकि मंडियों में इसकी आवक कम हो रही है जबकि खाद्य उद्देश्य के साथ बिजाई के लिए भी इसकी मांग मजबूत बनी हुई है।
सरकार का कहना है कि व्यापारियों / स्टॉकिस्टों के पास पर्याप्त मात्रा में गेहूं का स्टॉक उपलब्ध है इसलिए केन्द्रीय पूल से इसे बाजार में उतारने की जरूरत नहीं है।
पिछले महीने कहा गया था कि सरकारी पोर्टल पर व्यापारियों- स्टॉकिस्टों ने जो विवरण दिया है इससे पता चलता है कि उसके पास लगभग 90 लाख टन गेहूं का स्टॉक पड़ा हुआ है। मंडियों में इसकी आपूर्ति की गति धीमी है जिससे कीमतों में तेजी का माहौल है।
सरकार ने जुलाई में संकेत दिया था कि खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) को दोबारा चालू किया जाएगा और केन्द्रीय पूल से गेहूं के स्टॉक की बिक्री आरंभ की जाएगी। लेकिन बाद में प्लान स्थगित कर दिया गया।
पिछले वित्त वर्ष के दौरान इस योजना के तहत करीब 100 लाख टन सरकारी गेहूं की बिक्री हुई थी जिससे मिलर्स-प्रोसेसर्स को समुचित मात्रा में स्टॉक प्राप्त करने में सफलता मिली और इस महत्वपूर्ण खाद्यान्न का घरेलू बाजार भाव भी काफी हद तक नियंत्रित रहा।
इस बार सरकारी बिक्री बंद होने से गेहूं का बाजार अनियंत्रित होने लगा है। लेकिन इसका सकारात्मक पक्ष यह है कि ऊंचे बाजार भाव से किसानों को गेहूं का बिजाई क्षेत्र बढ़ाने का अच्छा प्रोत्साहन मिलेगा।