मध्य प्रदेश में प्रमुख रबी फसलों का बिजाई क्षेत्र नियत लक्ष्य से पीछे
26-Dec-2024 06:06 PM
भोपाल । देश के एक अग्रणी कृषि उत्पादक राज्य- मध्य प्रदेश में रबी फसलों की बिजाई अंतिम चरण में पहुंच गई है लेकिन 20 दिसम्बर तक के आंकड़ों से पता चलता है कि अधिकांश प्रमुख फसलों का बिजाई क्षेत्र नियत लक्ष्य से पीछे चल रहा है। उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश गेहूं, चना, सरसों, मसूर तथा मटर के शीर्षस्थ उत्पादक प्रांतों में शामिल है।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार चालू रबी सीजन के लिए मध्य प्रदेश में गेहूं के बिजाई क्षेत्र का लक्ष्य 91.86 लाख हेक्टेयर निर्धारित किया गया है जबकि 20 दिसम्बर तक इसका रकबा 87.39 लाख हेक्टेयर पर ही पहुंच सका।
लेकिन जौ का क्षेत्रफल 36 हजार हेक्टेयर के नियत लक्ष्य से बढ़कर 42 हजार हेक्टेयर पर पहुंच गया।
दलहन फसलों की बिजाई पीछे चल रही है। इसके अंतर्गत रबी सीजन के सबसे प्रमुख दलहन-चना का उत्पादन क्षेत्र 19.90 लाख हेक्टेयर पर पहुंचा जो 20.52 लाख हेक्टेयर के निर्धारित लक्ष्य से 62 हजार हेक्टेयर कम था।
इसी तरह मसूर का बिजाई क्षेत्र 7.39 लाख हेक्टेयर दर्ज किया गया जो निर्धारित लक्ष्य 7.92 लाख हेक्टेयर से 54 हजार हेक्टेयर पीछे था।
मटर का रकबा भी 2.67 लाख हेक्टेयर के नियत लक्ष्य से 18 हजार हेक्टेयर घटकर 2.49 लाख हेक्टेयर रह गया जबकि इसकी बिजाई लगभग समाप्त हो चुकी है।
रबी सीजन की सबसे महत्वपूर्ण तिलहन फसल-सरसों की बिजाई काफी पीछे छूट रही है। राज्य कृषि विभाग ने 2024-25 के रबी सीजन हेतु मध्य प्रदेश में 14.61 लाख हेक्टेयर में सरसों की बिजाई का लक्ष्य निर्धारित किया है जबकि इसका वास्तविक उत्पादन क्षेत्र 20 दिसम्बर तक 12.27 लाख हेक्टेयर पर ही पहुंच सका।
पिछले साल की तुलना में चालू रबी सीजन के दौरान राष्ट्रीय स्तर पर गेहूं तथा चना के उत्पादन क्षेत्र में बढ़ोत्तरी हुई है लेकिन जौ, मसूर, मटर एवं सरसों का रकबा घट गया है।