मलेशियाई पाम तेल के वायदा मूल्य में डेढ़ माह की तेजी के बाद स्थिरता

20-Jun-2025 01:53 PM

कुआलालम्पुर। दुनिया के दूसरे सबसे प्रमुख पाम तेल उत्पादक एवं निर्यातक देश- मलेशिया में पिछले छह सप्ताहों (डेढ़ माह) से इस महत्वपूर्ण वनस्पति तेल के वायदा मूल्य में तेजी-मजबूती का माहौल बना हुआ था लेकिन अब इसमें कुछ हद तक स्थिरता देखी जा रही है। वैसे कीमतों में गिरावट नहीं आई। 

कुआलालम्पुर स्थित बुर्सा मलेशिया डेरिवेटिव्स (बीएमडी) एक्सचेंज में सितम्बर अनुबंध के लिए आज यानी 20 जून 2025 को आरम्भिक कारोबार के दौरान क्रूड पाम तेल (सीपीओ) का वायदा मूल्य 7 रिंगिट (0.17 प्रतिशत) की बढ़ोत्तरी के साथ 4111 रिंगिट (967.52 डॉलर) प्रति टन पर पहुंच गया।

चालू सप्ताह के दौरान इस अनुबंध में 5.5 प्रतिशत की तेजी आ चुकी है। ऐसा प्रतीत होता है कि लगातार छठे सप्ताह भी बाजार तेजी के साथ ही बंद होगा। 

खाद्य तेलों के वैश्विक बाजार भाव में तेजी-मजबूती का माहौल बरकरार रहने का पाम तेल के दाम पर सकारात्मक असर पड़ा। ईरान- इजरायल युद्ध के कारण क्रूड तेल (पेट्रोलियम) के अंतर्राष्ट्रीय बाजार मूल्य में तेजी आ गई और इसका प्रभाव खाद्य तेलों की कीमतों पर भी देखा जा रहा है।

चीन के डालियान कॉमोडिटी एक्सचेंज में सोया तेल का वायदा भाव 0.62 प्रतिशत तथा पाम तेल का वायदा मूल्य 0.28 प्रतिशत सुधर गया। शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड (सीबोट) में सोया तेल का वायदा भाव 0.09 प्रतिशत सुधर गया। 

क्रूड खनिज तेल (पेट्रोलियम) के दाम में आज कुछ नरमी देखी जा रही है लेकिन साप्ताहिक आधार पर भाव फिर भी ऊंचा रहने की उम्मीद है। ईरान-इजरायल युद्ध के कारण निवेशक चिंतित हो रहे हैं।

पिछले दिन अमरीकी डॉलर के मुकाबले मलेशियाई रिंगिट की विनिमय दर में 0.21 प्रतिशत की वृद्धि हो गई जिससे विदेशी आयातकों के लिए पाम तेल कुछ महंगा हो गया।

चर्चा है कि सीपीओ के दाम में   आई तेजी के कारण कुछ भारतीय आयातकों ने जुलाई-सितम्बर की डिलीवरी के लिए पाम तेल के कुछ आयात सौदों को कैंसिल कर दिया है

मलेशिया और इंडोनेशिया में उत्पादन का पीक सीजन जारी रहने तथा बकाया अधिशेष स्टॉक बढ़कर ऊंचे स्तर पर पहुंच जाने से सीपीओ की कीमतों में गिरावट  आने का अनुमान लगाया जा रहा था मगर भारत एवं चीन की मांग बढ़ने से इसका भाव ऊंचा एवं तेज बना हुआ है।