कॉटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया द्वारा कपास के घरेलू उत्पादन का अनुमान में कटौती

20-Nov-2023 03:34 PM

अहमदाबाद । कपास उद्योग एवं व्यापार क्षेत्र के एक शीर्ष संगठन- कॉटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने 2023-24 के वर्तमान मार्केटिंग सीजन (अक्टूबर-सितम्बर) के लिए कपास के घरेलू उत्पादन का अनुमान 295.10 लाख गांठ से घटाकर अब 294.10 लाख गांठ निर्धारित कर दिया है जो 2022-23 सीजन के समीक्षित उत्पादन 311.63 लाख गांठ से काफी कम है।

कपास की प्रत्येक गांठ 170 किलो की होती है। एसोसिएशन की नई मासिक रिपोर्ट के अनुसार अक्टूबर 2023 के दौरान घरेलू प्रभाग में रूई की कुल उपलब्धता 54.74 लाख गांठ रही जिसमें 24.34 लाख गांठ की नई पुरानी घरेलू माल की आवक, 1.50 लाख गांठ का आयात एवं 28.90 लाख गांठ का पिछला बकाया स्टॉक शामिल है।

रिपोर्ट के मुताबिक 2023-24 सीजन के दौरान 311 लाख गांठ रूई का घरेलू उपयोग और 14 लाख गांठ का निर्यात हो सकता है। पिछले सीजन में 16.27 लाख गांठ रूई का निर्यात हुआ।

दूसरी ओर विदेशों से रूई का आयात 2022-23 सीजन के 12.50 लाख गांठ से उछलकर 2023-24 के सीजन में 22 लाख गांठ पर पहुंच जाने का अनुमान लगाया गया है। पिछले सीजन में भी रूई की घरेलू खपत 311 लाख गांठ आंकी गई लेकिन निर्यात कुछ बेहतर रहा था।

रिपोर्ट के अनुसार हरियाणा में पिंक बॉलवर्म कीट के घातक आघात के कारण कपास की फसल को हुए नुकसान को देखते हुए रूई के कुल घरेलू उत्पादन अनुमान में एक लाख गांठ की कटौती की गई है।

उत्तरी क्षेत्र में कपास का उत्पादन अनुमान 41.66 लाख गांठ से घटाकर 40.66 लाख गांठ नियत किया गया है जबकि मध्यवर्ती संभाग में 175.65 लाख गांठ एवं दक्षिणी जोन में 65.60 लाख गांठ के उत्पादन की संभावना व्यक्त की गई है। पिछले सीजन में मध्यवर्ती संभाग में 190.67 लाख गांठ एवं दक्षिणी राज्यों में 72.95 लाख गांठ कपास का उत्पादन हुआ था।