कर्नाटक में खरीफ फसलों का क्षेत्रफल 34.58 लाख हेक्टेयर पर पहुंचा
23-Jun-2025 07:21 PM

बंगलुरु। दक्षिण भारत के एक महत्वपूर्ण कृषि उत्पादक राज्य- कर्नाटक में खरीफ फसलों का उत्पादन क्षेत्र इस वर्ष 20 जून तक बढ़कर 34.58 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया जो पिछले साल की समान अवधि के बिजाई क्षेत्र 33.06 लाख हेक्टेयर से 1.52 लाख हेक्टेयर अधिक है।
समीक्षाधीन अवधि के दौरान राज्य में धान सहित अनाजी फसलों का उत्पादन क्षेत्र 10.67 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 11.61 लाख हेक्टेयर और कपास का रकबा 2.40 लाख हेक्टेयर से सुधरकर 3.35 लाख हेक्टेयर पर पहुंचा
जबकि दलहन फसलों का बिजाई क्षेत्र 10.37 लाख हेक्टेयर से गिरकर 9.75 लाख हेक्टेयर और तिलहनों का क्षेत्रफल 4.29 लाख हेक्टेयर से फिसलकर 3.94 लाख हेक्टेयर पर अटक गया।
अनाजी फसलों में खासकर मक्का का उत्पादन क्षेत्र 8.98 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 9.92 लाख हेक्टेयर पर पहुंचा है जबकि धान, ज्वार एवं बाजरा का क्षेत्रफल कमोबेश गत वर्ष के आसपास ही है। इसमें से प्रत्येक फसल का रकबा एक लाख हेक्टेयर से काफी पीछे है।
जहां तक दलहन फसलों का सवाल है तो पिछले साल की तुलना में इस बार कर्नाटक में मूंग का रकबा तो 3.35 लाख हेक्टेयर से सुधरकर 3.57 लाख हेक्टेयर पर पहुंचा लेकिन उड़द का बिजाई क्षेत्र 73 हजार हेक्टेयर से फिसलकर 69 हजार हेक्टेयर तथा तुवर (अरहर) का उत्पादन क्षेत्र 5.73 लाख हेक्टेयर से घटकर 4.88 लाख हेक्टेयर पर अटक गया।
उल्लेखनीय है कि कर्नाटक देश में तुवर का सबसे प्रमुख उत्पादक राज्य है जबकि मूंग तथा मक्का के भी शीर्ष उत्पादक प्रांतों में शामिल है। बाजार भाव कमजोर पड़ने से तुवर की खेती में किसानों का उत्साह कम देखा जा रहा है।
तिलहन फसलों के संवर्ग में वहां सोयाबीन का उत्पादन क्षेत्र 303 लाख हेक्टेयर से घटकर 2.78 लाख हेक्टेयर तथा मूंगफली का बिजाई क्षेत्र 82 हजार हेक्टेयर से गिरकर 05 हजार हेक्टेयर रह गया मगर सूरजमुखी का क्षेत्रफल 32 हजार हेक्टेयर से सुधरकर 35 हजार हेक्टेयर पर पहुंच गया।