कम कोटा आने के बावजूद चीनी के दाम में तेजी की संभावना कम
28-Jun-2025 12:18 PM

नई दिल्ली। केन्द्रीय खाद्य मंत्रालय द्वारा जुलाई 2025 के लिए महज 22 लाख टन चीनी की घरेलू बिक्री का कोटा निर्धारित किया गया है जो दिसम्बर 2024 के बाद सबसे कम है। नवम्बर एवं दिसम्बर 2024 में 22-22 लाख टन चीनी का कोटा नियत हुआ था।
जुलाई 2025 के लिए नियत 22 लाख टन चीनी का कोटा जून के 23 लाख टन से एक लाख टन तथा जुलाई 2024 के कोटा 24 लाख टन से 2 लाख टन कम है। जुलाई 2023 में भी 24 लाख टन चीनी का कोटा नियत हुआ था।
अक्टूबर-दिसम्बर 2024 की तिमाही में करीब 70 लाख टन चीनी का फ्री सेल कोटा जारी किया गया था जबकि जनवरी से जुलाई 2025 के दौरान 182 लाख टन का कोटा नियत किया गया। अब अगस्त तथा सितम्बर का कोटा जारी होना बाकी है जबकि अक्टूबर से नया मार्केटिंग सीजन आरंभ हो जाएगा।
चीनी की घरेलू मांग कमजोर चल रही है जिससे इसका दाम भी एक निश्चित सीमा में स्थिर हो गया है। चीनी का एक्स फैक्ट्री मूल्य महाराष्ट्र में 3780 से 4050 रुपए प्रति क्विंटल तथा उत्तर प्रदेश में 3830 से 4000 रुपए प्रति क्विंटल के बीच बताया जा रहा है।
बल्क खरीदार कीमतों में गिरावट आने की प्रतीक्षा कर रहे हैं और इसलिए सीमित मात्रा में चीनी की खरीद कर रहे हैं। दूसरी ओर मिलर्स चीनी का दाम घटाने के लिए तैयार नहीं हैं क्योंकि इसके लागत खर्च में वृद्धि हो गई है। एथनॉल के खरीद मूल्य में भी कोई इजाफा नहीं हुआ है।
हालांकि 2023-24 सीजन के मुकाबले 2024-25 के मार्केटिंग सीजन में चीनी का घरेलू उत्पादन 18 प्रतिशत घटकर 261 लाख टन पर अटक गया लेकिन फिर भी सीमित मांग के कारण इसका भाव काफी हद तक स्थिर बना रहा।
अब मानसून अपने पीक की ओर बढ़ रहा है जिससे चीनी की मांग एवं खपत में और भी कमी आ सकती है। जून के लिए निर्धारित कोटे में से करीब 1.50 लाख टन चीनी का स्टॉक अनबिका रह जाएगा और इसे भी जुलाई के कोटे में जोड़ा जा सकता है।
इससे जुलाई माह का कुल प्रभावी कोटा बढ़कर 23.50 लाख टन पर पहुंच सकता है। इससे बाजार भाव पर दबाव बढ़ने की संभावना है। चीनी का निर्यात प्रदर्शन भी उत्साहवर्धक नहीं है। आगामी सप्ताहों के दौरान चीनी की कीमतों में ज्यादा तेजी आने की नगण्य संभावना है।