चीनी का घरेलू उत्पादन 261 लाख टन पर अटकने का अनुमान
02-May-2025 05:18 PM

नई दिल्ली। सहकारी चीनी मिलों के शीर्ष संगठन- नेशनल फेडरेशन ऑफ को ऑपरेटिव शुगर फैक्टरीज (एनएफसीएसएफ) का कहना है कि 2024-25 के सम्पूर्ण मार्केटिंग सीजन में चीनी का कुल घरेलू उत्पादन घटकर 261 लाख टन के करीब सिमट सकता है
जिसमें कर्नाटक एवं तमिलनाडु में जून / जुलाई से सितम्बर तक चलने वाले गन्ना क्रशिंग के विशेष सत्र में चीनी का होने वाला 3.80 लाख टन का संभावित उत्पादन भी शामिल है। एथनॉल निर्माण में 32 लाख टन चीनी के समतुल्य गन्ना का उपयोग हो सकता है।
फेडरेशन के मुताबिक चालू मार्केटिंग सीजन के दौरान 1 अक्टूबर 2024 से 30 अप्रैल 2025 तक देश में कुल 256.95 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ जो 2023-24 सीजन की समान अवधि के उत्पादन 314.65 लाख टन से 57.70 लाख टन या 18.34 प्रतिशत कम है।
इसके तहत चीनी का उत्पादन उत्तर प्रदेश में 103.35 लाख टन से घटकर 92.45 लाख टन, महाराष्ट्र में 109.95 लाख टन से लुढ़ककर 80.90 लाख टन, कर्नाटक में 51.40 लाख टन से गिरकर 40.40 लाख टन तथा गुजरात में 9.20 लाख टन से फिसलकर 8.90 लाख टन पर अटक गया।
इसके अलावा तमिलनाडु सहित देश के अन्य राज्यों में भी चीनी के उत्पादन में गिरावट दर्ज की गई। तमिलनाडु में केवल 4.80 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ।
30 अप्रैल 2025 को देश भर में 19 चीनी मिलें क्रियाशील थी जबकि 515 इकाइयां बंद हो चुकी थीं। इसके तहत उत्तर प्रदेश में 11, तमिलनाडु में 7 एवं महाराष्ट्र में 1 प्लाट चालू हैं।
गन्ना की कुल क्रशिंग इस अवधि में 3115.12 लाख टन से 11.45 प्रतिशत घटकर 2758.57 लाख टन पर अटक गई। इसी तरह अखिल भारतीय स्तर पर गन्ना से चीनी की औसत रिकवरी दर भी 10.10 प्रतिशत से गिर कर 9.31 प्रतिशत पर आ गई।
फेडरेशन के मुताबिक 2023-24 के सम्पूर्ण मार्केटिंग सीजन में कुल 319 लाख टन चीनी का घरेलू उत्पादन हुआ था जबकि 2024-25 के वर्तमान मार्केटिंग सीजन में उत्पादन 18.23 प्रतिशत या 58.15 लाख टन घटकर 260.85 लाख टन पर सिमट जाने की संभावना है।
फेडरेशन के मुताबिक चालू मार्केटिंग सीजन के दौरान उत्तर प्रदेश चीनी के उत्पादन में महाराष्ट्र को काफी पीछे छोड़कर देश का नम्बर वन राज्य बन जाएगा।