अन्य दलहनों में तेजी के असर से मूंग का भाव मजबूत रहने के आसार
20-Nov-2023 06:18 PM

जयपुर । सरकार के साथ-साथ उद्योग व्यापार क्षेत्र ने भी खरीफकालीन मूंग के उत्पादन में काफी गिरावट आने की संभावना व्यक्त की है। दरअसल प्रमुख उत्पादक प्रांतों और खासकर राजस्थान तथा कर्नाटक में प्रतिकूल मौसम एवं प्राकृतिक आपदाओं के प्रकोप से मूंग की फसल को काफी नुकसान हुआ था और अगस्त के सूखे ने अन्य राज्यों में भी फसल की क्षतिग्रस्त कर दिया।
इसे देखते हुए मूंग के सरकारी उत्पादन अनुमान को हकीकत से काफी ऊंचा माना जा रहा है। ध्यान देने की बात है कि मूंग का उत्पादन खरीफ, रबी तथा जायद- तीनों सीजन में होता है। आई ग्रेन इंडिया का मानना है कि खरीफ सीजन में मूंग का उत्पादन घट गया है।
यदि रबी एवं ग्रीष्मकालीन सीजन में भी फसल कमजोर रही तो इस महत्वपूर्ण दलहन के दाम में तेजी के अच्छे चांस बन सकते हैं। उल्लेखनीय है कि मूंग का आयात पिछले साल से ही बंद है।
फिलहाल खरीफ कालीन फसल की आवक होने से इसकी मांग एवं आपूर्ति के बीच काफी हद तक संतुलन बना हुआ है और इसलिए कीमतों में जोरदार उतार-चढ़ाव नहीं देखा जा रहा है।
लेकिन अन्य दलहनों के दाम में जारी तेजी का असर मूंग के मूल्य पर भी पड़ने की संभावना है जिससे भविष्य में इसका भाव मजबूत रह सकता है।
उपभोक्ता मामले मंत्रालय के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार मूंग दाल का औसत थोक बाजार भाव 19 नवम्बर 2023 को बढ़कर 10603.43 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंच गया जो 19 अक्टूबर 2023 के मूल्य 10,494.25 रुपए प्रति क्विंटल से 1.04 प्रतिशत तथा 19 नवम्बर 2022 के औसत दाम 9353.43 रुपए प्रति क्विंटल से 13.36 प्रतिशत अधिक है।
इसी तरह मूंग दाल का औसत खुदरा बाजार भाव 19 नवम्बर 2023 को सुधरकर 116.64 रुपए प्रति किलो पर पहुंचा जो 19 नवम्बर 2022 को प्रचलित औसत मूल्य 103.97 रुपए प्रति किलो से 12.19 प्रतिशत तथा एक माह पूर्व यानी 19 अक्टूबर 2023 को प्रचलित मूल्य 115.58 रुपए प्रति किलो से 0.92 प्रतिशत ज्यादा था।
मूंग का न्यूनतम समर्थन मूल्य अन्य दलहनों की तुलना में काफी ऊंचा रहता है लेकिन फिर भी इसकी दाल की कीमतों तुवर एवं उड़द दाल की तुलना में नीचे चल रही है।