अमरीका के साथ व्यापार वार्ता में ऑर्गेनिक सोयाबीन को शामिल करने पर जोर
30-Apr-2025 11:33 AM

मुम्बई। उद्योग- व्यापार संगठनों ने अमरीका के साथ जारी द्विपक्षीय व्यापार समझौते की बातचीत में भारतीय ऑर्गेनिक गैर जीएम सोयाबीन एवं सोयामील के निर्यात को सुनिश्चित करने की जरूरत पर जोर दिया है। अमरीका पहले भारत से इसका आयात करता था मगर बाद में रोक दिया।
एक अग्रणी उद्योग संगठन का कहना है कि अमरीका के साथ द्विपक्षीय व्यापार संधि के लिए जो बातचीत हो रही है उसमें भारत को ऑर्गनिक सोयाबीन एवं सोयामील का आयात दोबारा शुरू करने के लिए अमरीका पर दबाव डालने का अच्छा अवसर मिल सकता है।
यदि भारत अमरीकी उत्पादों के आयात पर सीमा शुल्क तथा गैर शुल्कीय बाधाओं में कमी करने के लिए तैयार होता है तो उसे भी अमरीका को भारतीय उत्पादों का आयात खोलने के लिए राजी करना चाहिए।
इसमें गैर जीएम एवं ऑर्गेनिक सोयाबीन तथा सोयामील को प्राथमिकता के आधार पर शामिल किया जाना चाहिए। भारत पहले अमरीका को प्रति वर्ष 1.50-2.00 लाख ऑर्गेनिक सोयाबीन एवं इसके उत्पादों का निर्यात करता था मगर बाद में घरेलू उत्पादों के प्रतिरोध को देखते हुए अमरीका सरकार ने इस पर सेफगार्ड शुल्क लगा दिया जिससे वहीं इसका निर्यात ठप्प पड़ गया।
अमरीका, ब्राजील एवं अर्जेन्टीना जैसे शीर्ष सोयाबीन उत्पादक एवं निर्यातक देशों में मुख्यतः जीएम श्रेणी की फसल का उत्पादन होता है मगर भारत में जीएम सोयाबीन के उत्पादन एवं कारोबार पर प्रतिबंध लगा हुआ है।
यहां केवल परम्परागत किस्मों के गैर जीएम सोयाबीन का उत्पादन होता है। उद्योग संगठन का कहना है अमरीका से दोबारा ऑर्गेनिक सोया मिल सकता है।
अमरीका चाहता है कि भारत इससे सोयाबीन एवं इसके उत्पादों के साथ-साथ मक्का का भारी आयात शुरू करे। भारत की समस्या यह है कि यहां जीएम फसलों की अनुमति नहीं है।
एथनॉल निर्माण के लिए मक्का के आयात की अनुमति तो दी जा सकती है मगर जीएम सोयाबीन के आयात की स्वीकृति देने से पूर्व कई नीतिगत चरणों को पार करना होगा।