साप्ताहिक समीक्षा-सरसों

09-Sep-2023 03:24 PM

तेल मिलों एवं व्यापारियों की सीमित लिवाली से सरसों के दाम में कुछ उतार-चढ़ाव    
नई दिल्ली। सरकारी एजेंसी- नैफेड ने अपनी स्टॉक में मौजूद सरसों को खुले बाजार में बेचने का प्लान बनाया है और मंडियों में इसकी सामन्य आवक के बीच व्यापारियों तथा मिलर्स की मांग सीमित होने से कीमतों पर कुछ दबाव पड़ने लगा है। 
42% कंडीशन सरसों  
1 से 7 सितम्बर वाले सप्ताह के दौरान 42 प्रतिशत कंडीशन वाली सरसों का भाव दिल्ली में 100 रुपए घटकर 5450 रुपए प्रति क्विंटल पर आ गया मगर जयपुर में यह 5825/5850 रुपए प्रति क्विंटल के पूर्व स्तर पर बरकरार रहा। उत्तर प्रदेश में सरसों का दाम हापुड़ मंडी में 70 रुपए गिरकर 5930 रुपए प्रति क्विंटल तथा आगरा में 125 रुपए घटकर 6012/6050 रुपए रह गया। 
गुजरात 
गुजरात की डीसा मंडी में सरसों का दाम 5000/5100 रुपए प्रति क्विंटल पर स्थिर रहा मगर धनेरा में 175 रुपए उछलकर 5000/5275 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंच गया। इसी तरह हरियाणा की आदमपुर मंडी में सरसों का भाव 79 रुपए गिरकर 5260 रुपए प्रति क्विंटल चरखी दादरी में 120 रुपए घटकर 5380 रुपए प्रति क्विंटल पर आया मगर हिसार में 100 रुपए सुधरकर 5500 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंच गया। इसका दाम बरवाला मंडी में 5200/5250 रुपए प्रति क्विंटल तथा सिरसा मंडी में 5000/5300 रुपए प्रति क्विंटल के पिछले स्तर पर बरकरार रहा। 
मध्य प्रदेश 
मध्य प्रदेश में सरसों की कीमत मुरैना मंडी में 50 रुपए घटकर 5100/5200 रुपए प्रति क्विंटल तथा पोरसा में 25 रुपए गिरकर 5175 रुपए प्रति क्विंटल पर आ गयी जबकि ग्वालियर मंडी में यह 5300/5400 रुपए प्रति  क्विंटल के पूर्व स्तर पर ही स्थिर बनी रही।
राजस्थान 
सबसे प्रमुख उत्पादक प्रान्त- राजस्थान की प्रमुख मंडियों में सरसों का भाव कमजोर रहा। वहां इसका दाम गंगा नगर में 131 रुपए घटकर 4950/5300 रुपए प्रति क्विंटल, भरतपुर में 35 रुपए फिसलकर 5500 रुपए प्रति क्विंटल तथा अलवर में 100 रुपए गिरकर 5500 रुपए प्रति क्विंटल पर आया जबकि कोटा मंडी में 5200/5500 रुपए प्रति क्विंटल पर स्थिर रहा। अन्य मंडियों में सीमित घट-बढ़ रही। 
सरसों 
नैफेड ने 18 सितम्बर को सरसों की बिक्री के लिए टेंडर जारी करने का निर्णय लिया है। इसके तहत हरियाणा में करीब 3.42 लाख टन, उत्तर प्रदेश में 32 हजार टन, राजस्थान में 4.86 लाख टन, मध्य प्रदेश में 1.67 लाख टन तथा गुजरात में 84 हजार टन सरसों बेचने की योजना है।