सीमित आवक एवं अच्छी मांग से गेहूं का भाव रहा तेज

13-Jan-2024 05:49 PM

नई दिल्ली । खुले बाजार बिक्री योजना के तहत सरकारी गेहूं की बिक्री में अच्छी बढ़ोत्तरी होने के बावजूद प्रमुख उत्पादक राज्यों की अधिकांश थोक मंडियों में 6-12 जनवरी वाले सप्ताह के दौरान गेहूं के दाम में तेजी देखी गई जबकि कहीं-कहीं यह नरम भी रहा। 
दिल्ली 
समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में उत्तर प्रदेश / राजस्थान के गेहूं का भाव 100 रुपए सुधरकर 2675/2725 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंच गया। लेकिन गुजरात की गोंडल मंडी में दाम 50 रुपए गिरकर 2400/3400 रुपए प्रति क्विंटल पर आ गया जबकि राजकोट में 2200/2700 रुपए प्रति क्विंटल पर स्थिर रहा। 
मध्य प्रदेश
मध्य प्रदेश बेंचमार्क इंदौर मंडी में गेहूं का भाव 50 रुपए की नरमी के साथ 2500/3270 रुपए प्रति क्विंटल पर आया लेकिन डबरा में 25 रुपए सुधरकर 2700/2725 रुपए प्रति क्विंटल हो गया। गेहूं का दाम उज्जैन तथा भोपाल में 50-50 रुपए घटकर क्रमश: 2575/3150 रुपए प्रति क्विंटल तथा 2525/3000 रुपए प्रति क्विंटल रह गया। इसका दाम खंडवा में 2800/3100 रुपए प्रति क्विंटल एवं हरदा में 2600/2800 रुपए प्रति क्विंटल के पिछले स्तर पर स्थिर रहा लेकिन इटारसी मंडी में 5 रुपए सुधरकर 2550/2680 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंचा। 
राजस्थान 
राजस्थान में गेहूं का भाव कोटा मंडी में 150 रुपए उछलकर 2500/2850 रुपए प्रति क्विंटल तथा बारां मंडी में 50 रुपए बढ़कर 2500/2700 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंचा लेकिन बूंदी मंडी में 2425/2600 रुपए प्रति क्विंटल के पिछले स्तर पर बरकरार रहा। राजस्थान की इन मंडियों में अलग-अलग 500 से 3000 बोरी तक गेहूं की औसत दैनिक आवक हो रही है। 
उत्तर प्रदेश
जहां तक उत्तर प्रदेश का सवाल है तो इसकी विभिन्न मंडियों में गेहूं का भाव ऊंचा रहा उसका दाम समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान शाहजहांपुर मंडी में 90 रुपए उछलकर 2591 रुपए प्रति क्विंटल, हरदोई में 5 रुपए सुधरकर 2530 रुपए प्रति क्विंटल, सीतापुर में 34 रुपए बढ़कर 2585 रुपए प्रति क्विंटल, गोरखपुर में 25 रुपए बढ़कर 2525/2550 रुपए प्रति क्विंटल, गोंडा में 20 रुपए सुधरकर 2590/2620 रुपए प्रति क्विंटल, मैनपुरी में 24 रुपए बढ़कर 2455 रुपए प्रति क्विंटल तथा एटा मंडी में 70 रुपए उछलकर 2550 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंच गया जबकि महाराष्ट्र की जालना मंडी में गेहूं का भाव 2450/3050 रुपए प्रति क्विंटल के पूर्व स्तर पर बरकरार रहा।