महाराष्ट्र, कर्नाटक तथा तमिलनाडु में चीनी का उत्पादन घटने की संभावना

05-Oct-2023 02:30 PM

नई दिल्ली । 2022-23 के मार्केटिंग सीजन के दौरान महाराष्ट्र तथा उत्तर प्रदेश में चीनी का उत्पादन लगभग बराबर हुआ जबकि कर्नाटक तीसरे नम्बर पर रहा। गुजरात को पीछे छोड़कर तमिलनाडु चीनी के उत्पादन में चौथे नम्बर पर पहुंच गया। अन्य प्रांतों- बिहार, मध्य प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड एवं आंध्र-तेलंगाना आदि में चीनी का उत्पादन कमोबेश सामान्य रहा। 

उद्योग-व्यापार समीक्षकों का कहना है कि 2023-24 के वर्तमान मार्केटिंग सीजन (अक्टूबर-सितम्बर) के दौरान चीनी का उत्पादन उत्तर प्रदेश में बढ़कर 105-108 लाख टन पर पहुंच सकता है लेकिन महाराष्ट्र में इसके घटकर 100 लाख टन से भी नीचे सिमट जाने संभावना है।

कर्नाटक में भी हालत अच्छी नहीं है और वहां भी चीनी का उत्पादन घटने की आशंका है। दरअसल उत्तर प्रदेश में इस बार न केवल गन्ना के क्षेत्रफल में भारी इजाफा हुआ है बल्कि सूखे का ज्यादा प्रकोप भी नहीं देखा गया।

लेकिन महाराष्ट्र एवं कर्नाटक में अगस्त माह के दौरान भयंकर सूखा पड़ने से फसल प्रभावित हो गई। वहां कोल्हापुर एवं सोलापुर सहित कुछ अन्य क्षेत्रों में बारिश का अभाव बरकरार रहा। 

महाराष्ट्र में 2021-22 सीजन के दौरान चीनी का उत्पादन उछलकर 137 लाख टन के सर्वकालीन सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गया था जो 2022-23 के सीजन में लुढ़ककर 105 लाख टन पर सिमट गया। चालू सीजन का उत्पादन और भी छोटा हो सकता है।

महाराष्ट्र सरकार ने राज्य से बाहर गन्ना की बिक्री पर रोक लगा दी थी लेकिन किसानों के विरोध एवं हंगामे के बाद अपना निर्णय वापस ले लिया। इससे कर्नाटक समेत अन्य निकटवर्ती राज्यों के मिलर्स को महाराष्ट्र के किसानों से गन्ना खरीदने का अवसर मिल सकता है। चूंकि चीनी का भाव ऊंचे स्तर पर चल रहा है इसलिए गन्ना की खरीद में होड़ मचने की संभावना है।