मिचौंग तूफान से आंध्र प्रदेश में फसलों को भारी नुकसान

08-Dec-2023 12:14 PM

विजयवाड़ा । मिचौंग समुद्री चक्रवाती तूफान के कारण तेज हवा के साथ मूसलाधार बारिश होने से आंध्र प्रदेश के तटवर्ती जिलों में खेतों में पानी भर गया और उसमें खड़ी फसलों को भारी नुकसान हुआ है। तमिलनाडु तथा तेलंगाना में भी फसलों को क्षति होने की खबर है।

बागवानी विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि आंध्र प्रदेश के आठ जिलों और 316 गांवों में मिचौंग तूफान का जबरदस्त प्रकोप रहा। मंगल वार तक करीब 17,200 एकड़ भूमि में बागवानी फसलें क्षतिग्रस्त हो गईं। इसमें 75-80 प्रतिशत भाग प्याज, लालमिर्च एवं टमाटर का था। वैसे बागानी फसलों को इस तूफान से ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है।

उल्लेखनीय है कि आंध्र प्रदेश धान, लालमिर्च एवं टमाटर सहित कुछ अन्य फसलों के प्रमुख उत्पादक राज्यों में शामिल है। उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार 2019-20 सीजन के दौरान राज्य में करीब 86.50 लाख टन चावल का उत्पादन हुआ था जबकि 2021-22 सीजन के दौरान आंध्र प्रदेश में 22 लाख टन टमाटर, 7.23 लाख टन प्याज एवं 5.07 लाख टन लालमिर्च की पैदावार हुई थी। 

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार जिन क्षेत्रों में फसल पकने के बाद कटाई-तैयारी के चरण में पहुंच गई थी वहां इस तूफान से ज्यादा नुकसान हुआ है। खेतों में पानी भर जाने से उसके सड़ने-गलने का खतरा बढ़ गया है। इसकी वजह से धान की कटाई रुक गई है। आंध्र प्रदेश में अभी खरीफ कालीन धान की कटाई चल रही है। तेज हवा के साथ हुई मूसलाधार वर्षा ने धान की फसल को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया है। 

समझा जाता है कि आंध्र प्रदेश में मिचौंग तूफान से फसलों को हुए नुकसान के कारण किसानों को भारी घाटा होगा और कई उत्पादों के दाम में बढ़ोत्तरी होगी। प्याज और टमाटर का भाव एक बार फिर उछलने की संभावना है। इसी तरह चावल एवं लालमिर्च के दाम में तेजी आ सकी है। लालमिर्च के पौधों में जहां फूल लगने लगे थे वहां फसल को काफी नुकसान पहुंचने की आशंका है।