चीनी की उचित कीमत पर पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने का प्रयास

15-Sep-2023 05:54 AM

नई दिल्ली । केन्द्रीय खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग ने कहा है कि सरकार देश में उचित दाम पर चीनी की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने का हर संभव प्रयास कर रही है और भारतीय चीनी अभी संसार में सबसे सस्ती है। 2022-23 का वर्तमान मार्केटिंग सीजन 30 सितम्बर को समाप्त होने जा रहा है।

इस सीजन में देश के अंदर 330 लाख टन से कुछ अधिक चीनी का उत्पादन हुआ जबकि करीब 43 लाख टन चीनी के समतुल्य गन्ना का उपयोग एथनॉल निर्माण गया जो पिछले पांच सीजन में दूसरा सबसे ऊंचा स्तर है। 2022-23 के मार्केटिंग सीजन हेतु सरकार ने 61 लाख टन चीनी के निर्यात की अनुमति ऊंचा स्तर है।

2022-23 के मार्केटिंग सीजन हेतु सरकार ने 61 लाख टन चीनी के निर्यात की अनुमति दी थी और इसका शिपमेंट पूरा होने के बाद निर्यात रोक दिया गया ताकि घरेलू प्रभाग में चीनी की पर्याप्त आपूर्ति एवं उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके।

इसके फलस्वरूप 31 अगस्त 2023 को उद्योग के पास करीब 83 लाख चीनी का स्टॉक मौजूद था जो अगले साढ़े तीन महीनों की घरेलू मांग एवं जरूरत को पूरा करने के लिए पर्याप्त है। अगले महीने से गन्ना की क्रशिंग एवं चीनी के उत्पादन का नया मार्केटिंग सीजन औपचारिक तौर पर आरंभ हो जाएगा। 

चालू सप्ताह के दौरान अब तक मानसून सामान्य रहा है और महाराष्ट्र- कर्नाटक के गन्ना उत्पादक इलाकों में बारिश होने से फसल की हालत में सुधार आने के आसार हैं। सभी प्रमुख चीनी उत्पादक राज्यों के गन्ना आयुक्तों से फसल पर गहरी नजर रखने तथा केन्द्र सरकार  को नवीनतम जानकारी से अवगत करवाते रहने का आग्रह किया गया है।

यह जानकारी अगले मार्केटिंग सीजन (2023-24) में चीनी की निर्यात नीति के सम्बन्ध में निर्णय लेने के लिए आधार का काम करेगी। सरकार की प्राथमिकता घरेलू प्रभाग में चीनी की पर्याप्त आपूर्ति सुनिचित करने की है इसलिए इसलिए अधिशेष स्टॉक के निर्यात की ही अनुमति दी जा सकती है।

त्यौहारी सीजन में चीनी का दाम स्थिर रखने के लिए मिलों को विक्रेताओं- डीलर्स का नाम पता एवं अन्य जानकारी सरकार को उपलब्ध करवाने के लिए कहा गया है।