बांग्ला देश सरकार द्वारा 13 लाख टन चावल एवं गेहूं के आयात का निर्णय
23-Jan-2025 11:34 AM
ढाका । बांग्ला देश की सरकार ने घरेलू प्रभाग में चावल की आपूर्ति एवं उपलब्धता बढ़ाने तथा कीमतों में स्थिरता लाने के उद्देश्य से करीब 13 लाख टन खाद्यान्न (चावल तथा गेहूं) का आयात करने का फैसला किया है।
दिलचस्प तथ्य यह है कि अमन धान की हाल ही में हुई कटाई-तैयारी के बावजूद वहां चावल के दाम में भारी तेजी देखी जा रही है। 22 जनवरी को फूड प्लानिंग एंड मॉनिटरिंग कमिटी की एक मिटिंग में खाद्यान्न के आयात का निर्णय लिया गया।
मीटिंग में बताया गया कि चालू वित्त वर्ष की शेष अवधि के लिए करीब 20 लाख टन चावल और गेहूं की जरूरत पड़ेगी।
इसमें से मौजूदा अमन सीजन तथा आगामी बोरो सीजन से 7.00-7.50 लाख टन चावल हासिल होने की संभावना है जबकि शेष कमी को आयात के जरिए पूरा किया जाएगा। इसके लिए सरकारी स्तर पर अनुबंध करने तथा अन्तर्राष्ट्रीय टेंडर शीघ्र ही जारी करने का प्लान बनाया गया है।
खाद्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि पीक अमन सीजन के दौरान भी चावल की कीमतों में तेजी-मजबूती का माहौल बना हुआ है क्योंकि लक्ष्य की अपेक्षा इसका उत्पादन कम हुआ है और सरकार के पास भी इसका अपेक्षाकृत कम स्टॉक बचा हुआ है।
इसे देखते हुए कुछ निहित स्वार्थी लोग (व्यापारी) स्थिति का नाजायज फायदा उठाने का प्रयास कर रहे हैं। अधिकारियों के मुताबिक यद्यपि देश की खाद्य स्थिति असंतोषजनक नहीं है लेकिन सरकार के पास पर्याप्त स्टॉक मौजूद नहीं होने से व्यापारी मनमाने ढंग से चावल का दाम बढ़ा रहे हैं। विदेशों से सरकारी स्तर पर आयात बढ़ाकर चावल की कीमतों को स्थिर करने का प्लान बनाया गया है।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2024 में मूसलाधार वर्षा एवं भयंकर बाढ़ का प्रकोप रहने से बांग्ला देश में औस तथा अमन धान की फसल प्रभावित हुई जिससे सरकार को पर्याप्त मात्रा में चावल खरीदने का अवसर नहीं मिल पाया।
हालांकि बोरो धान का उत्पादन बेहतर होने की उम्मीद है लेकिन सरकार तब तक इंतजार नहीं करना चाहती है। फिलहाल 10 लाख टन चावल एवं गेहूं मंगाने का फैसला किया गया है
जबकि जरूरत पड़ने पर इसका आयात और बढ़ाया जा सकता है। आयात खर्च घटाने के उद्देश्य से पड़ोसी देशों से चावल मंगाने को प्राथमिकता दी जाएगी।