तुवर उत्पादकों के समर्थन में आयोजित कलबुर्गी बंद का ज्यादा असर नहीं

23-Jan-2025 08:17 PM

कलबुर्गी । दक्षिण भारतीय राज्य-कर्नाटक के सबसे प्रमुख तुवर उत्पादक जिला- कलबुर्गी में विभिन्न किसान संगठनों द्वारा 22 जनवरी को बंद का आयोजन किया गया था लेकिन उसे आम लोगों का पर्याप्त समर्थन नहीं मिल सका।

दरअसल ये संगठन इन किसानों के लिए स्पेशल पैकेज की मांग कर रहे थे जिसकी तुवर की फसल सूखे की वजह से बर्बाद हो गई।

जानकारों के मुताबिक बंद के आयोजन के बावजूद जन जीवन सामान्य रहा और व्यावसायिक गतिविधियां भी प्रभावित नहीं हुई। आम लोगों ने इस बंद में भाग लेने में विशेष दिलचस्पी नहीं दिखाई।

स्वास्थ्य सेवा, परिवहन, सब्जी मार्केट, स्कूल, कॉलेज, सरकारी कार्यालयों, होटल तथा शॉपिंग मॉल्स में सामान्य ढंग से काम काज होता रहा। 

किसान संगठनों ने सेन्ट्रल बस स्टेशन से सुपर बाजार तक विरोध मार्च निकाला जिसमें काफी संख्या में किसान सम्मिलित हुए।

इस बंद का समर्थन करने वाले संगठनों में तुवर ग्रोअर्स एसोसिएशन, फूडग्रेन्स एंड सीड ट्रेडर्स एसोसिएशन, कल्याण कर्नाटक चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री, ग्रोसरी ट्रेडर्स एंड ऑनर्स एसोसिएशन, किराना बाजार ट्रेडर्स एसोसिएशन, दाल मिल एसोसिएशन तथा चावल ट्रेडर्स एसोसिएशन आदि शामिल थे।

कृषि उत्पाद विपणन समिति (एपीएमसी) के परिसरों में कारोबार बंद रहा। इसके आधार पर कहा जा सकता है कि इस बंद का मिला-जुला का असर देखा गया।

प्रशासन की ओर से पुलिस सुरक्षा के चाक-चौबंद प्रबंध किए गए थे इसलिए किसी तरह का हंगामा या उपद्रव नहीं हुआ। किसानों का धरना-प्रदर्शन एवं विरोध मार्च पूरी तरह शांतिपूर्ण रहा

सरकार ने तुवर उत्पादकों को स्पेशल पैकेज के बारे में कोई आश्वासन नहीं दिया है मगर तुवर की खरीद पर 450 रुपए प्रति क्विंटल का अतिरिक्त बोनस देने का निर्णय अवश्य लिया है।