नई दिल्ली में आईएसओ की 64 कौंसिल मीटिंग आयोजित

25-Jun-2024 08:47 PM

नई दिल्ली । इंटरनेशनल शुगर ऑर्गेनाइजेशन (आईएसओ) की 64 वीं कौंसिल मीटिंग आज यानी 25 जून 2024 को नई दिल्ली में आयोजित हुई जिसका समापन जून 2024 को होगा।

केन्द्रीय खाद्य, उपभोक्ता मामले एवं सार्वजनिक वितरण तथा नई एवं नवीनीकृत ऊर्जा मंत्री प्रहलाद जोशी ने भारत में मंडपम में इस कार्यक्रम का उद्घाटन किया जिसमें 30 से अधिक देशों के विशेषज्ञ प्रभाग के रहे हैं।  

कौंसिल मीटिंग में गन्ना, चीनी एवं सम्बद्ध क्षेत्रों में भविष्य की संभावनाओं, चुनौतियों एवं रणनिति पर विस्तार से गम्भीरतापूर्वक चर्चा की जाएगी। उल्लेखनीय है कि भारत इससे पूर्व वर्ष 2012 में आई एस ओ की कौंसिल मीटिंग के 41 वें स्तर की मेजबानी कर चुका है।

अपने उद्घाटन सम्बोधन में केन्द्रीय खाध मंत्री ने कहा कि भारत में लगभग 5 करोड़ किसान गन्ना की खेती में संलग्न हैं और चीनी उद्योग प्रत्यक्ष तथा परोक्ष दोनों रूप में रोजगार का पर्याप्त अवसर उपलब्ध करवा रहा है रहा है।

उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत लगभग 5 करोड़ किसान गन्ना की खेती में संलग्न हैं और चीनी उद्योग प्रत्यक्ष तथा परोक्ष दोनों रूप में रोजगार का पर्याप्त अवसर उपलब्ध करवा रहा है। उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत सरकार किसानों की भलाई तथा आम उपभोक्ताओं के साथ-साथ उद्योग के हितों की सुरक्षा को शीर्ष प्राथमिकता दे रही है जिससे कृषि क्षेत्र में नई विधिओं एवं पकरियों में सुधार के लिए साप्तहिक प्रयास सुनिश्चित किया जा सके। 

खाद्य मंत्री ने कहा कि आईएसओ को इस कांफ्रेसें की मेजबानी करके वे गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने चीनी एवं जैव ईंधन क्षेत्र में टेक्नोलॉजी तथा कार्यकुशलता (कौशल) के विकास के प्रति सरकार की प्रतिबध्दता को भी रेखांकित किया।

खाद्य मंत्री का कहना था कि भारत दुनिया में चीनी का सबसे बड़ा खपतकर्ता देश है और जैव ईंधन (बायो फ्यूल) का भी एक महत्वपूर्ण उत्पादक देश है।

यहां पेट्रोल म 12 प्रतिशत एथनॉल के मिश्रण का लक्ष्य हासिल हो चुका है और जल्दी ही इसे 20 प्रतिशत तक पहुंचाने का इरादा है। चीनी के उत्पादन में ब्राजील के बाद भारत दूसरे नम्बर पर है।