राजस्थान में रबी फसलों के बिजाई क्षेत्र में बढ़त बरकरार

14-Nov-2025 01:22 PM

जयपुर। देश के पश्चिमी भाग में अवस्थित एक महत्वपूर्ण कृषि उत्पादक प्रान्त- राजस्थान में अनुकूल मौसम एवं किसानों की अच्छी सक्रियता के कारण रबी फसलों का उत्पादन क्षेत्र निरन्तर बढ़ता जा रहा है और गत वर्ष से काफी आगे निकल गया है।

राज्य कृषि विभाग के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार इस वर्ष राजस्थान में 13 नवम्बर तक रबी फसलों का सकल उत्पादन क्षेत्र बढ़कर 69.35 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया जो पिछले साल की इसी अवधि के बिजाई क्षेत्र 58.88 लाख हेक्टेयर से 10.47 लाख हेक्टेयर ज्यादा है। 

कृषि विभाग के अनुसार पिछले साल के मुकाबले चालू रबी सीजन के दौरान राजस्थान में लगभग सभी फसलों के रकबे में बढ़ोत्तरी हुई है जिसमें गेहूं, जौ, चना, सरसों एवं तारामीरा आदि शामिल है।

अनाजी फसलों का उत्पादन क्षेत्र पिछले साल के 8.43 लाख हेक्टेयर से उछलकर 13.45 लाख हेक्टेयर, दलहनों का बिजाई क्षेत्र 13.65 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 17.68 लाख हेक्टेयर तथा तिलहन फसलों का क्षेत्रफल 29.75 लाख हेक्टेयर से सुधरकर 31.56 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया है। रबी फसलों की जोरदार बिजाई अभी जारी है। 

समीक्षाधीन अवधि के दौरान राजस्थान में अनाजी फसलों के संवर्ग में गेहूं का उत्पादन क्षेत्र 7.06 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 11.39 लाख हेक्टेयर तथा जौ का बिजाई क्षेत्र 1.37 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 2.06 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया।

इसी तरह दलहन फसलों में चना का उत्पादन क्षेत्र 13.39 लाख हेक्टेयर से उछलकर 17.54 लाख हेक्टेयर तथा तिलहन फसलों में सरसों का क्षेत्रफल 29.01 लाख हेक्टेयर से सुधरकर 30.46 लाख हेक्टेयर तथा तारामीरा का रकबा 65 हजार हेक्टेयर से बढ़कर 1.05 लाख हेक्टेयर हो गया।

वैसे रबी सीजन के अन्य दलहनों तथा अलसी के बिजाई क्षेत्र में कमी आ गई। इससे साफ संकेत मिलता है कि इस बार राजस्थान के किसान मुख्य रबी फसलों की खेती को विशेष प्राथमिकता दे रहे हैं।

राजस्थान सरसों एवं जौ का सबसे प्रमुख उत्पादक राज्य है जबकि वहां गेहूं एवं चना का भी भारी उत्पादन होता है। राज्य के अधिकांश जिलों में खेतों में पर्याप्त नमी मौजूद है।