म्यांमार में उड़द की अपेक्षा मूंग की खेती को प्राथमिकता दिए जाने की संभावना
14-Nov-2025 08:47 PM
यंगून। भारत के पूर्वोत्तर पड़ोसी देश- म्यांमार में मूंग का भाव उड़द के मुकाबले करीब 30 प्रतिशत ऊंचा चल रहा है जिससे किसानों को आकर्षक आमदनी प्राप्त हो रही है और वे इस बार मूंग की खेती को प्राथमिकता दे सकते हैं।
एक अग्रणी निर्यातक फर्म- आर्वी इंटरनेशनल के मैनेजिंग डायरेक्टर श्याम नरसरिया के अनुसार म्यांमार में मुख्य सीजन के लिए मूंग की बिजाई आरंभ हो चुकी है और इसका बिजाई क्षेत्र तथा उत्पादन बढ़ने की उम्मीद है।
प्रबंध निदेशक के अनुसार म्यांमार में अगले वर्ष 5-6 लाख टन मूगं का शानदार उत्पादन हो सकता है। हालांकि भारत में इसके आयात पर प्रतिबंध लगा हुआ है मगर चीन तथा यरोपीय देशों में इसकी भारी मांग रहती है।
जहां तक उड़द का सवाल है तो इसका उत्पादन चालू वर्ष के रिकॉर्ड स्तर से कुछ घट सकता है लेकिन फिर भी 10 लाख टन के आसपास हो सकता है।
मूंग की भांति म्यांमार में तुवर का रकबा भी बढ़ने के आसार हैं। दलहन फसलों की बिजाई के लिए वहां मौसम की हालत काफी हद तक अनुकूल बनी हुई है।
म्यांमार में मूंग की अगली नई फसल की कटाई-तैयारी जनवरी के अंत या फरवरी के आरंभ में शुरू हो जाती है। इसकी बिजाई आरंभ हो गई है और अगले कुछ सप्ताहों में क्षेत्रफल की तस्वीर स्पष्ट हो जाएगी।
उड़द के बिजाई क्षेत्र में बढ़ोत्तरी होने की संभावना कम है। दोनों दलहनों की बिजाई तो एक ही समय में शुरू होती है मगर मूंग की कटाई 70-75 दिनों में तथा उड़द की कटाई 90 दिनों में आरंभ होती है।
उड़द का उत्पादन पहले ही 10 लाख टन के शीर्ष स्तर पर पहुंच चुका है जबकि अगला उत्पादन 9 से 10 लाख टन के बीच हो सकता है।
इस वर्ष मूंग का भाव 1000 डॉलर प्रति टन से ऊंचा रहा जबकि उड़द का दाम 700-750 डॉलर प्रति टन के बीच दर्ज किया गया।
