कनाडा से कैनोला के निर्यात का प्रदर्शन सुधरने के आसार
14-Nov-2025 01:18 PM
विनीपेग। कैनोला एवं इसके मूल्य संवर्धित उत्पादों के सबसे प्रमुख उत्पादक एवं निर्यातक देश- कनाडा से इस महत्वपूर्ण तिलहन के निर्यात का प्रदर्शन आगामी महीनों में बेहतर रहने के आसार हैं
क्योंकि चीन और पाकिस्तान जैसे अग्रणी खरीदार देशों में इसकी पहुंच सुनिश्चित करने का प्रयास किया जा रहा है। चीन में कनाडाई कैनोला एवं इसके उत्पादों पर 100 प्रतिशत का भारी-भरकम आयात शुल्क लगा हुआ है।
कनाडा के कृषि मंत्री ने अपने एक बयान से कैनोला बाजार में उत्साह बढ़ा दिया है। उनके अनुसार कनाडा चीन के बीच व्यापारिक संबंधों में सुधार आ रहा है
और दोनों देश मौजूदा मुद्दों को सुलझाने की दिशा में काम कर रहे हैं। इसके अलावा पाकिस्तान की कनाडा से कैनोला मंगाने की तैयारी कर रहा है।
वहां पिछले तीन साल से इसका आयात बंद था। वर्ष 2023 के अंत में पकिस्तान में जैव सुरक्षा के नियमों में संशोधन करके खाद्य, पशु आहार एवं प्रोसेसिंग उद्योग के लिए जेनेटिकली मोडिफाइड फसलों के उपयोग की अनुमति दी गई थी जिससे कनाडाई जीएम कैनोला के आयात का रास्ता साफ हो गया था।
लेकिन आयातकों को लाइसेंस या परमिट जारी करने में देरी होने के कारण अभी तक वहां कैनोला का आयात आरंभ नहीं हो सका। अब लाइसेंस जारी करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
विनीपेग स्थित आईसीई फ्यूचर्स कनाडा एक्सचेंज में कैनोला का वायदा अनुबंध मूल्य नवम्बर डिलीवरी के लिए 632.50 डॉलर प्रति टन, जनवरी 2026 के सौदों के लिए 639.80 डॉलर प्रति टन तथा मार्च 2026 के अनुबंध हेतु 650.90 डॉलर प्रति टन चल रहा था।
हाजिर बाजार में इसका भाव 13.50-14.50 डॉलर प्रति बुशेल बताया जा रहा है जो प्लांट डिलीवरी मूल्य है। भारत में कैनोला अथवा इसके उत्पादों का आयात नहीं हो रहा है। ऑस्ट्रेलिया से भी 2024-25 के मार्केटिंग सीजन में कैनोला का निर्यात कुछ कमजोर रहा।
